Call of Duty में डेवलपर्स द्वारा shadow ban के सिस्टम को लाना चीटिंग के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के
लिए एक काफी जरूरी चीज है , ये सिस्टम गेम में धोखाधड़ी कर रहे प्लेयर्स का पता लगाने में काफी मदद
करता है , हालांकि Shadow बैन permanent बैन से काफी अलग होता है क्यूंकि shadow बैन होने के
बावजूद प्लेयर्स गेम खेल सकते है पर permanent बैन के बाद वो गेम नहीं खेल सकते है |
दरहसल Call of Duty में एक प्लेयर shadow बैन तब होता है जब उसे कई सारे विरोधियों ने रिपोर्ट किया
हो इसके बाद players के अकाउंट को रिव्यू के लिए रख दिया जाता है हालांकि ये रिव्यू सिर्फ एक छोटी
सी प्रक्रिया होती है ये देखने के लिए की क्या प्लेयर ने सच में चीटिंग की है या नहीं , इस रिव्यू के चलते
players को उनके जैसे ही gamers के साथ एक lobby में एकत्रित किया जाता है जिन पर धोखाधड़ी
का आरोप है |
शैडो बैन के वक्त जब भी आप किसी मैच की खोज करेंगे तो आपको स्थिर इंटरनेट कनेक्शन होने के
बावजूद 350ms से अधिक पिंग वाली लॉबी मिलेगी और मैचमेकिंग के वक्त ज्यादा समय भी लगेगा |
ये दो चीज़े ही इस बात का संकेत होती है की प्लेयर पर shadow बैन लगा हुआ है , अगर लंबे समय
की मैचमैकिंग के बाद प्लेयर्स खुद को cheaters की लॉबी में पाए तो उन्हें समझ लेना चाहिए की उनका
रिव्यू किया जा रहा है |
शैडो बैन एक काफी अच्छा एंटी-चीट सिस्टम है पर कई बाफ कुछ लोग इसका गलत फायेदा भी उठाते है ,
गेमिंग के दौरान कई बार प्लेयर्स झूठी रेपोर्टिंग भी कर देते है जिस वजह से कभी कभी निर्दोष खिलाड़ी जो
कभी चीटिंग नहीं करते वो रिव्यू के दायरे में आ जाते है जिस वजह से उन्हें एक -दो हफ्तों का इंतज़ार करना
पड़ता है unban होने के लिए इसलिए अगर आपको भी अगर कभी निर्दोष होने के बावजूद रिपोर्ट किया गया
है और shadow बैन में डाल दिया गया है तो आप सीधा Activision से संपर्क कर इस बारे में appeal कर
सकते है वो भी उनकी साइट पर जा कर |
ये भी पढ़े :- Call of Duty प्लेयर ने Coma से उठकर सबसे पहले पूछा ये सवाल