प्रो कबड्डी लीग में हर सीजन में कुछ नए चेहरें नजर आ ते हैं जो काफी अच्छा प्रदर्शन कर दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. ऐसे में इस सीजन में भी कुछ युवा खिलाड़ी शामिल हुए है जो शुरुआत से ही इस सीजन में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. और दर्शकों के दिल में बेहतरीन छाप छोड़ रहे हैं. ऐसे में जानते है उन चुनिन्दा युवा कबड्डी खिलाड़ियों को जिन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन कर कमाल कर दिया है.
पांच युवा खिलाड़ी जिन्होंने इस सीजन में मचाया तहलका
सबसे पहले नाम आता है तमिल थलाइवाज के युवा खिलाड़ी नरेंदर कंडोला का जिन्होंने पवन की अनुपस्थिति में टीम की रेडिंग को सम्भाला हुआ है. इतना ही नहीं उन्होंने 16 मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन कर 169 रेड पॉइंट्स हासिल किए है. उनके पास पवन जैसे खिलाड़ी का मार्गदर्शन है तो उनके प्रदर्शन में और निखार आ रहा है. उन्होंने पवन की टीम को पॉइंट टेबल में उभारा है और प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए एक नई आशा दी है.
दूसरी ओर बात करें आकाश शिंदे कि जो पुनेरी पलटन के लिए खेलते हैं. उन्हें असलम इनामदार की जगह मौका मिला था. और अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर वह टीम में असलम और मोहित जैसे बड़े रेडर्स के सामने जगह बनाने में सफल हुए हैं. इन दोनों के बाद वह पुनेरी टीम में तीसरे सबसे बेहतरीन रेडर की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने भी इसी साल डेब्यू किया है.
बात करें यूपी योद्धा टीम के स्टार रेडर रोहित तोमर कि तो उन्होंने आते ही धमाल मचा दिया है. परदीप के साथ रह कर उन्होंने कबड्डी की बारीकियों पर गहन अध्ययन किया है और वह इसे अपने खेल में प्रदर्शित भी कर रहे हैं. उन्होंने परदीप के साथ अपनी जगह टीम में पक्की की है और अच्छे प्रदर्शन के बलबूते उन्होंने दर्शकों के दिल में भी जगह पक्की की है.
दूसरी ओर बात करें पहले सीजन कि विजेता टीम जयपुर पिंक पैंथर्स के अंकुश कि तो उन्होंने अपने एंकल होल्ड के ट्रेडमार्क से कईं खिलाड़ियों को मत दी है. अंकुश ने डिफेन्स में जयपुर टीम को मजबूत किया है. उन्होंने पूरी टीम के टैकल पॉइंट्स में से एक तिहाई स्कोर खुद ने किया है. अगर टीम के रेडर कमजोर पड़ते हैं तो अंकुश डिफेन्स के जरिए टीम को मजबूती देते हैं.
अब बात करें गुजरात जॉइंट्स के प्रतीक दहिया कि तो वह रिश्ते में भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान दीपक निवास हुड्डा के भतीजे हैं. तो कबड्डी की बारीकियां उन्हें उनसे ही सीखने को मिली है. टीम के महत्वपूर्ण रेडर की भूमिका में बनकर उभरें प्रतीक दहिया ने टीम को कई बार जीत के करीब पहुंचाया है. गुजरात के पास एक अच्छे रेडर की कमी थी लेकिन इस बार प्रतीक ने गुजरात के साथ जुड़कर उस कमी को पूरा कर दिया.