प्रो कबड्डी लीग के नौवें सीजन को शुरू होने में तीन सप्ताह से भी कम का समय बचा है.
प्रो कबड्डी लीग का आगाज तीन शहर में होगा जिसमें बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद शामिल है.
पिछले सीजन कि बात करें तो वह इस साल के शरुआत में खत्म हुआ था
जिसमें दबंग दिल्ली केसी ने अपनी पहली चैंपियनशिप जीती थी.
दिल्ली स्थित फ्रैंचाइजी 2014 में प्रो कबड्डी लीग में शामिल हुई थी
कबड्डी लीग में ये तीन टीमें जीत सकती पहली बार ख़िताब
लेकिन उसने पिछले सीजन तक एक भी खिताब अपने नाम
नहीं किया था. दिल्ली से पहले पटना, मुंबई, बेंगलुरु, बंगाल
और जयपुर ने प्रो कबड्डी लीग का खिताब जीत रखा है.
हालांकि अभी भी इस लीग की छह टीमें ऐसी है जो ट्रॉफी जीतने को बेताब है.
उनमें से तीन के पास प्रो कबड्डी में अपने चैंपियनशिप के खिताब को पाने का एक बड़ा मौका है.
सबसे पहले बात करें तेलुगु के टीम कि तो टूर्नामेंट
के पहले सीजन से ही वह इसका हिस्सा रहे है. तेलुगु ने दो बार
सेमीफाइनल में भी प्रवेश किया था लेकिन वह फाइनल में
जगह नहीं बना पाए थे. पिछला सीजन तेलुगु की टीम के
लिए सबसे खराब रहा क्योंकि उन्हें 22 मैचों में से सिर्फ
एक ही में जीत मिली थी. तेलुगु में सिद्धार्थ और रोहित जैसे
रेडर थे लेकिन वह अपनी चोट के कारण नहीं खेल रहे थे.
तेलुगु, पुणे और यूपी है मुख्य दावेदार
दूसरी टीम कि बात करें तो पुनेरी पलटन ने सीजन आठ से अपने
शीर्ष रेडर असलम इमानदार, मोहित गोयत और पंकज मोहिते
को बरकरार रखा है. उन्होंने अपनी रेडिंग यूनिट को मजबूत
बनाने के लिए रीरानी ऑलराउंडर मोहम्मद नबीबबख्श को टीम में शामिल किया है.
अब बात करें यूपी योद्धा कि तो अब तक खेले सभी सीजन में
प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई किया है. हालांकि फाइनल से पहले
नॉकआउट मैचों में वे हमेशा पिछड़ते रहे हैं. इस साल टीम के
पास शानदार रेडिंग यूनिट है जिसमें परदीप नरवाल, नितिन तोमर
और सुरेन्द्र गिल शामिल हैं. उनके बचाव में नितेश कुमार, सुमित और गुरदीप जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं.