World Championship : विश्व चैंपियनशिप (World Championship) में रजत पदक (silver medal) जीतने वाले सबसे पहले भारतीय खिलाड़ी श्रीकांत ने इस एतिहासिक जीत को हमारे देश के लिए गौरव का पल बनाया. इससे पहले महान बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण (Prakash Padukone) ने 1983 में कांस्य पदक जीता था और प्रणय ने 2019 में दूसरा कांस्य पदक जीता था.
इसके अलावा लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने इसी विश्व चैंपियनशिप (World Championship) की सूची में कांस्य पदक अपने नाम किया. इससे पहले भारतीय महिला शटलर पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने 2019 में गोल्ड मेडल जीता था और भारत का सर गर्व से ऊंचा किया था.
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World Championship : ऐसा करने वाली सिंधु अभी तक की पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं वहीं किदांबी और लक्ष्य सेन (Kidambi and Lakshya Sen’s) का रजत और कांस्य (silver and bronze) इस टूर्नामेंट में अब तक का भारत के पुरुष खिलाड़ियों के द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. किदांबी ने इस विषय पर कहा कि उनका ध्यान मेडल पर नहीं बल्कि अच्छे गेम का आनंद लेते रहना है ,लेकिन अब वो अपना ध्यान अगले कैलेंडर वर्ष में आगामी खेलों पर केंद्रित कर रहे हैं. वहीं उनका अंतिम लक्ष्य पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) 2024 में पदक हासिल करना है.
World Championship : श्रीकांत किदांबी का जन्म 7 फरवरी 1993 को हुआ था वो एक भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। एक पूर्व विश्व नं 1 किदांबी को 2018 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री और 2015 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 2021 में, वह पुरुष एकल अनुशासन में विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने.
श्रीकांत आंध्र प्रदेश के रावुलापलेम में एक तेलुगु परिवार में पैदा हुए थे. उनके पिता, केवीएस कृष्णा, एक जमींदार हैं, और उनकी माँ राधा एक गृहिणी हैं। उनके बड़े भाई के नंदगोपाल भी अपने भाई के साथ बैडमिंटन खिलाड़ी और जूनियर राष्ट्रीय चैंपियन हैं. वे 2008 तक एक ही घर में रहते थे और फिर श्रीकांत अपनी प्रैक्टिस जारी रखने के लिए गोपीचंद अकादमी चले गए.