भारत में जैसे-जैसे लोगों के प्रति शतरंज का क्रेज बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे खिलाड़ियों को नए अवसर
भी मिल रहे है , हाल ही में वेस्ट बंगाल की प्लेयर WIM अर्पिता मुखर्जी 1,50,000 की स्कॉलरशिप मिली
है वो भी पहली मिस्टिक वेल्थ चेस स्कॉलरशिप से जो की मनीष धवन द्वारा स्थापित की गई है , मनीष मिस्टिक
वेल्थ इन्वेस्टमेंट फर्म के संस्थापक-साझेदार हैं |
ग्रंड्मास्टर बनना चाहती है अर्पिता
अर्पिता की उम्र 21 वर्ष है और इस वक्त उनकी elo रेटिंग 2238 है , वो शतरंज की ग्रेंड मास्टर बनना चाहती है पर मुख्य समस्या finances को लेकर है पर अब जब अर्पिता ने ये स्कॉलरशिप जीत ली है तो अगले 12 महीनों तक उन्हें हर महीने 12,500 रुपये प्राप्त होंगे जिससे उनके ऊपर थोड़ा दबाव कम होगा और वो अपने करियर में आगे बढ़ पायेंगी , इस स्कॉलरशिप के लिए काफी प्लेयर्स ने अप्लाइ किया था और उचित विचार-विमर्श के बाद अर्पिता को इस स्कॉलरशिप के लिए चुना गया |
इंटरव्यू में अर्पिता ने कही ये बात
जब एक इंटरव्यू में अर्पिता से इस स्कॉलरशिप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा “ मैं इसे पा कर बहुत खुश हूँ म ये मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्यूंकि इससे मुझे विदेशों में और अधिक टूर्नामेंट खेलने में मदद मिलेगी , बता दे अर्पिता इस स्कॉलरशिप के मदद से पिछले कुछ महीनों में भारत के बाहर कुछ इवेंट खेल चुकी है , अर्पिता ने आगे बताया की “ मैंने सर्बिया में इवेंट खेला और और दिब्येंदु बरुआ की अकादमी ने मेरी मदद की थी साथ ही मैंने मिस्टिक वेल्थ स्कॉलरशिप के भी कुछ फंड इस्तेमाल करे |
भारत के बाहर इवेंट्स खेलना चाहती है अर्पिता
अर्पिता वर्तमान में IM अर्घ्यदीप दास के साथ काम कर रही हैं और अपने funds का इस्तेमाल भी इसी के लिए उपयोग कर रही है , 2023 में वो फरवरी और मार्च के महीनों में भारत के बाहर और भी टूर्नामेंट खेलना चाहती है | 12,500 रुपये प्रति माह की मिस्टिक वेल्थ स्कॉलरशिप उन्हें एक ग्रंड्मास्टर बनने और आगे बढ़ने में पूरी मदद कर रही है | अर्पिता को अपने शतरंज करियर में वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है पर अब इस स्कॉलरशिप से उनकी काफी मदद हो रही है |
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