शतरंज के ग्रैंडमास्टर और विश्व शतरंज में चौथे स्थान पर रहने वाले अलिर्ज़ा फ़िरोज़ा जिन्होंने ईरान
छोड़ दिया था और फ़्रांस के प्रति अपनी निष्ठा स्थानांतरित कर ली है , उन्होंने 2022 में सिर्फ तीन
classical इवेंट्स खेले है , हालांकि उन्होंने सिर्फ Titled Tuesday टूर्नामेंट और ब्लिट्ज शतरंज
सीरीज खेली है | प्रशंसकों के मन में ये सवाल था की उन्होंने ज्यादा classical इवेंट क्यों नहीं खेले है ,
हाल ही में महिला FIDE मास्टर और स्ट्रीमर एलेसिया सैंटेरामो के साथ बातचीत में फ़िरोज़ा ने इस
बात कारण बताया |
इस वजह से फ़िरोज़ा ने खेले कम टूर्नामेंट
फ़िरोज़ा ने खुलासा किया की उनको और भी चीजों में दिलचस्पी है , उन्होंने कहा “ मैं अभी दो सालों से फैशन इंडस्ट्री में हूँ , ये मेरे लिए काफी जरूरी है और मुझे लगता है की इसमें सुधार भी हो रहा है , शायद ये मुझसे मेरे शतरंज का समय ले रहा है , पर मुझे दोनों चीजें करना पसंद है |
कार्लसन फ़िरोज़ा के सामने करना चाहते थे अपने टाइटल का बचाव
बता दे ईरान के ये प्रतिभाशाली खिलाड़ी जिनको सब जल्द ही विश्व चैंपियन बनते हुए देखना चाहते है वो खुद विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन द्वारा सबसे ज्यादा रेट किये गए है | कार्लसन ने एक बार इंटरव्यू के दौरान कहा था की वो अपने विश्व चैंपियन टाइटल का बचाव तभी करेंगे जब उनके प्रतिद्वंदी फिरोजा होंगे , हालांकि कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जो विजेता होता है उसे ही विश्व चैंपियन के सामने खेलने का मौका मिलता है , फ़िरोज़ा उस टूर्नामेंट में छठे स्थान पर रहे थे क्यूंकि उन्होंने 6/14 अंक बनाए थे |
फ़िरोज़ा ने इस वजह से अपना देश छोड़ा था
रूस के ग्रैंडमास्टर इयान नेपोमनियाचची पिछली बार कार्लसन से हार गए थे वो अब दूसरे स्थान के फिनिशर और चीन के GM डिंग लिरेन के विरुद्ध विश्व टाइटल के लिए मुकाबला करेंगे | बता दे 19 वर्षीय फ़िरोज़ा ने ईरान इसलिए छोड़ा था क्यूंकि उनके देश की पॉलिसी अपने एथलीटों को इजरायलियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति नहीं दे रही थी , फ़िरोज़ा ने 12 वर्ष की उम्र में ईरानी चैंपियनशिप जीती थी और 14 साल की उम्र में वो ग्रैंडमास्टर बन गए थे |