ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में अगले साल खेला जाने वाला हॉकी विश्वकप में अब 100 दिन से भी कम समय बचा है दुनिया के सबसे पसंदीदा हॉकी स्थलों में से एक ओडिशा में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ियों के जुटने का समय आ चुका है और शानदार मैचों को देखने का भी समय आ गया है.
और भारतीय टीम की बात करें तो भारतीय टीम इस बार इस टूर्नामेंट में अपने पदक जीतने के सपने को पूरा करना चाहती है और पिछले कई सालों से सूखे को समाप्त करने के लिए तैयारी कर रही हैं.
चुकी अब हॉकी का विश्व कप पास है ऐसे में हम आपके लिए हॉकी की फ्लैशबैक सीरीज लेकर आए हैं जिसमें आज हम पहले खिलाड़ी सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर हरचरण सिंह (Harcharan Singh) के बारे में बताएंगे.
हरचरण सिंह (Harcharan Singh) उन गौरवशाली वर्षो को याद करते हुए गर्व और खुशी से बताते हैं कि जब 1975 में मलेशिया में उन्होंने पहली बार होटल में प्रदर्शित ट्रॉफी को देखा तो उनके रोंगटे खड़े हो गए और और सोचने लगे कि पिछले 2 विश्वकप में यह हमें नहीं मिल पाई थी लेकिन इस बार हर हाल में ऐसा नहीं होना चाहिए, वह बताते हैं कि हम बहुत ही दृढ़ निश्चय ही थे और हम जानते थे कि हमें इस बार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
Harcharan Singh 1972 के ओलंपिक में पुरुष हॉकी टीम का हिस्सा थे
बाय तरफा हमलावर भारत के लिए उस समय बहुत ही महत्वपूर्ण था जिस ने सेमीफाइनल में मलेशिया के खिलाफ अतिरिक्त समय में महत्वपूर्ण विजय बनाया था. उन्होंने बताया कि हमने 1975 में जीतने के लिए पहला कदम रख दिया था जब हमने भारत के प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को एक गोल से हराया था.
हरचरण सिंह (Harcharan Singh) कहते हैं भारत के लिए विश्व कप में पहला स्वर्ण पदक जीतने के बाद हम हॉकी में दुनिया के शीर्ष पर थे जब मैं पीछे मुड़कर पुरानी यादों को सोचता हूं तो सोचता हूं कि जो हमने हासिल किया उसमें मैं बहुत खुश और संतुष्ट महसूस करता हूं.
हरचरण सिंह (Harcharan Singh) 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम का अहम हिस्सा थे और उन्होंने कहा कि उनके खेलने के दिनों में पड़ोसियों और कट्टर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ खेल भावनात्मक रूप से चार्ज किए गए प्रतियोगिता थी.
भारतीय हॉकी टीम 1971 में पाकिस्तान से हार तो गई थी लेकिन 1973 सेमीफाइनल और 1975 फाइनल में उसे हरा भी दिया था.
हरचरण सिंह (Harcharan Singh) का कहना हैं कि अगले साल 2023 में हॉकी का विश्वकप है और अगर भारतीय हॉकी टीम को एक महान टीम बनना है तो उसे हर हाल में या वर्ल्ड कप अपने नाम करना ही होगा या एक शानदार अवसर है विपिन अपने शानदार प्रदर्शन दिखा सके.
उन्होंने कहा उनकी शुभकामनाएं हमेशा भारतीय हॉकी टीम के साथ हैं और उम्मीद है इस बार का विश्व कप भारतीय टीम सकारात्मक ढंग से खेलेगी और विश्व कप जीतेगी भी.
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