वो दिन जब Jose Mourinho प्रीमियर लीग के कोच बने थे, ये साल था 2 जून 2004 जब चेल्सी के सीईओ ने भरी मीडिया सभा मे Jose Mourinho को चेल्सी के मेनेजर के रूप मे उनका स्वागत किया था। उन्होंने अपने भाषण मे कहा था कि यहाँ आए सभी मीडिया कर्मियों और मेरे सेहभागियो का मेरा धन्यवाद बेहद खुशी के साथ मे ये बताने जा रहा हूँ कि Jose Mourinho चेल्सी के नए मेनेजर के रूप मे अपना कार्यभार अभी से संभाल लेंगे।
यहाँ से शुरू हुआ था चेल्सी का नया अध्याय
Mourinho करिश्माई युवा कोच, जिन्होंने पोर्टो के साथ चैंपियंस लीग जीतकर यूरोप को चौंका दिया था, रोमन अब्रामोविच युग की पहली प्रबंधकीय नियुक्ति थी।यह उनके अधिग्रहण के एक साल बाद था, जैसा कि रूसी अरबपति ने अपने और अब चेल्सी के धन को ट्राफियों में बदलना चाहा। यह अंग्रेजी राजधानी में एक राजवंश बनाने का समय था।केन्यन को इस बात का अहसास नहीं था कि कमरे में मौजूद किसी को भी इस बात का अहसास नहीं था कि अगला आधा घंटा अपने आप में इतिहास में दर्ज हो जाएगा।
सोशल मीडिया या यू ट्यूब के आविष्कार से पहले के युग में सभी प्रशंसकों को लगभग 41 साल की उम्र में जाना पड़ता था, एक हफ्ते पहले उनकी चैंपियंस लीग जीत थी, मैनचेस्टर यूनाइटेड को हराने के बाद ओल्ड ट्रैफर्ड टर्फ पर उनके घुटने की स्लाइड की यादों के साथ। एक बाहरी कोच जिसने यूरोपियन लीग जीता है पर प्रीमियर लीग उस समय अलग था। पर Mourinho ने जब अपनी बात शुरू की तो सब दंग हो गए थे।कृपया मुझे अहंकारी न कहें मैं जो कह रहा हूं वह सत्य है, मैं यूरोपीय चैंपियन हूं, मैं बोतल में से एक नहीं हूं। मैं एक खास कोच हूं।
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प्रबंधकीय नियुक्तियां कभी भी अपने नए क्लबों को परेशान नहीं करना चाहतीं और उनकी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस अक्सर पीआर में एक अभ्यास के रूप में समाप्त होती हैं। टीम की महत्वाकांक्षा और प्रशंसक आधार के महत्व के बारे में उद्धरण। आपने यह सब पहले सुना है।Mourinho के मामले में नहीं मुखर, अक्सर उत्तेजक और हमेशा मनोरंजक उद्धरणों का करियर इन तटों पर कम से कम पहले दिन से शुरू हुआ।
Mourinho समय के काफी पाबंद थे, जब उन्होंने खिलाडियों के साथ पहली वार्ता की थी तब गोलकीपर लेट हो गए थे। पर पहले दिन होने के कारण उन्होंने छोड़ दिया था। पर उसके बाद उन्होंने खिलाडियों के लिए कही रूल बनाए अगर कोई लेट होता है तो उन्हे टीम के साथियों के साथ ट्रेनिंग नही मिलेगी, बस मे सारे के सारे खिलाडी मौजूद होंगे कोई अकेला कही नही जाएगा। इस कारण से उन्होंने टीम मे एक नही ऊर्जा जागृत की। फिर वही टीम आगे चलकर चैंपियन्स लीग जीती, जिसमे उनका काफी बड़ा योगदान था।