भारतीय खिलाड़ी विश्वनाथ आनंद का मानना है की भारत में अगले World Champion का निर्माण करने के
लिए पर्याप्त प्रतिभा है लेकिन 2025 से पहले ऐसा नहीं हो सकता क्यूंकि इसके लिए कोई जल्दी पहुँचा देने
वाला कोई रास्ता नहीं है , एक वर्ल्ड चैम्पीयन को बनाने में समय लगेगा , बता दे आनंद ने साल 2020 में
COVID-19 lockdown के बाद अपनी वेस्टब्रिज आनंद शतरंज अकादमी में शतरंज के अगले बैच
को तैयार करना और सलाह देना शुरू कर दिया था |
दिसंबर 2020 में WACA के अस्तित्व में आने पर भारत की छह जनरल-नेक्स्ट प्रतिभाओं – निहाल सरीन,
आर प्रज्ञानानंद, रौनक साधवानी, डी गुकेश और आर वैशाली और अर्जुन एरिगियासी को शामिल किया गया ,
हालांकि प्रज्ञानानंद के पर्सनल कोच आरबी रमेश है |
2020 के दिसंबर के महीने में जब वेस्टब्रिज आनंद शतरंज अकादमी अस्तित्व में आई थी तब से भारत के 6
अगले प्रतिभाशाली players: निहाल सरीन, आर प्रज्ञानानंद, रौनक साधवानी, डी गुकेश और आर वैशाली
और अर्जुन एरिगियासी को इस लिस्ट में शामिल कर लिया गया था |
हाल ही में एक virtual इनरैक्शन के इंटरव्यू के दौरान आनंद ने पीटीआई से कहा की “अगर आप औपचारिक
शीर्षक चाहते हैं तो ये आपको 2025 में मिलेगा , कोई भी तेज़ रास्ता नहीं है जो हमें तैयार होने के लिए बहुत
समय दे रहा है और इसमें बहुत सारे विवरण भी है | मैग्नस कार्लसन ने अपने खिताब को defend करने से
इनकार कर दिया है जिसका मतलब है की 2023 में विश्व championship के दो शीर्ष उम्मीदवार अगले
चक्र से ही होंगे और वो गुकेश और प्रज्ञाननंद हो सकते है |
इस वक्त आनंद का उद्देश्य किसी भारतीय को वर्ल्ड टाइटल जीताने का नहीं है बल्कि वो भारत को
“शतरंज में महाशक्ति” बनाने के लिए खिलाड़ियों का एक पूल बनाना है |
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