अनुभवी भारतीय हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश को लगता है
कि लगातार सुधर रहे स्पेन के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग उनके
शुरुआती दो मैच मॉक टेस्ट होंगे. जो दोनों मैच राउरकेला और भुवेनश्वर में होने जा रहे हैं.
भारत अगले साल 13 से 29 जनवरी तक पुरुष विश्वकप की
मेजबानी करने के लिए तैयार है. एफआईएच हॉकी प्रो लीग
हमारे लिए सबसे अच्छा मंच है क्योंकि हम कुछ शीर्ष टीमों के
खिलाफ खेलने जा रहे है और हमें मौका मिला है तो
हम इसमें शानदार प्रदर्शन करने मैदान में उतरेंगे.
भारतीय हॉकी गोलकीपर श्रीजेश ने विश्वकप पर रखे विचार
श्रीजेश ने आगे काह कि यह हम जैसे युवा खिलाड़ियों को उच्च
स्तरीय हॉकी खेलने का अनुभव प्रदान करेगी. ऐसी प्रतियोगिता
से आने वाले टूर्नामेंट्स के लिए और मनोबल बढ़ जाता है.
और विश्वकप के लिए गति आधारित करने में भी ये मदद करता है.
बता दें भारत को अगले साल के विश्वकप में पूल डी में रखा गया है
और श्रीजेश को प्रारम्भिक चरण में अपने विरोधियों से कड़ी टक्कर
मिलने की उम्मीद है. इस साल बर्मिंघम में भारत ने इंग्लैंड के साथ
हुए मैच में ड्रा खेला था तो वहीं वेल्स को हराकर रजत पदक
के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत की थी. और शानदार खेल का प्रदर्शन किया था.
श्रीजेश ने कहा कि हमे शानदार पूल में रखा गया है जिसमें अच्छी टीमें शामिल है.
इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स काफी अच्छी टीमें हैं. हाल ही में बर्मिंघम में
इन्हीं टीमों के साथ खेलने के बाद पता लगता है कि यह टूर्नामेंट
काफी टफ जाने वाला है. लेकिन उन्होंने आगे कहा कि हमें
इसके बार में सोचने की जरूरत नहीं है हमे बस मेहनत करते जानी है
टूर्नामेंट में विरोधी टीमों को लेकर भी की बात
और अपने खेल पर फोकस रखना है ताकि हम कितनी ही मजबूत टीम को हराने में सक्षम रहें.
हाल ही में श्रीजेश को स्टार हॉकी अवार्ड में बेस्ट गोलकीपर के लिए
नोमिनेट किया है इसका श्रेय उन्होंने अपने कोच और टीम के सदस्यों को दिया है.