विल्डा को स्पेन की वीमेंस टीम के कोच पदवी से हटा दिया गया,स्पेन की महिला टीम ने पहला वर्ल्ड कप जीता लेकिन इस जीत के साथ बहुत से विवाद भी खड़े हो गए, जो सायद इतनी आसानी से जाने वाले नही है। खासकर स्पेन के अध्यक्ष लुइस रुबियल्स का विवाद जहाँ उन्होंने सभा समारोह मे स्पेन की कप्तान को मुह मे चुम लिया। जिस पर उन्होंने कहा कि समय के वेग मे ऐसा हो गया था।
विल्डा के उपर लगा आरोप
जब ये विवाद हुआ तो कही लोगो ने अपना खंडन किया था, लेकिन टीम के कोच ने अपने अध्यक्ष का समर्थन किया फिर क्या था, स्पेन की पूरी महिला टीम ने स्पैनिश एफ ए को खत लिखा और इस खत के तौर पर विल्डा को कोच की पदवी से हटा दिया गया। विल्डा के नेतृत्व में स्पेन ने इंग्लैंड पर 1-0 से जीत दर्ज की क्योंकि उन्होंने अपनी बर्खास्तगी से केवल 16 दिन पहले 20 अगस्त को अपना पहला महिला विश्व कप जीता था।
कार्यवाहक स्पेनिश एफए अध्यक्ष पेड्रो रोचा ने मंगलवार को एक खुले पत्र में आरएफईएफ के पुनर्गठन का वादा किया था। जिसमें शासी निकाय ने रुबियल्स के कार्यों से हुई भारी क्षति के लिए माफ़ी मांगी।राष्ट्रपति पेड्रो रोचा ने खेल निदेशक और महिला राष्ट्रीय कोच के रूप में जॉर्ज विल्डा की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया है। हम उनके त्रुटिहीन व्यक्तिगत और खेल आचरण को महत्व देते हैं, जो स्पेन में महिला फुटबॉल के उल्लेखनीय विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका है। अपने व्यापक कार्यकाल के दौरान, विल्डा फुटबॉल में सम्मान और खेल भावना के मूल्यों के प्रवर्तक रहे हैं।
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बुरी संगत का असर
स्पेन की एक महिला खिलाडी ने सीधा अपने कोच के उपर तंज कस्ते हुए कहा कि अगर बुरी संगत के असर मे हो तो ऐसा ही हाल होगा बले आप कितने भी अच्छे हो। विल्डा के सभी 11 बैकरूम सहयोगियों ने रुबियल्स को लेकर चल रहे संकट के विरोध में पहले ही इस्तीफा दे दिया था, जिन्हें सिडनी में मैदान पर जश्न के दौरान स्पेन के फारवर्ड जेनी हर्मोसो को होठों पर चूमते हुए देखा गया था।
एक बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रुबियल्स की असाधारण टिप्पणियों की सराहना करने के लिए विल्डा खुद आलोचना का शिकार हो गए। विल्डा ने अंत रुबियल्स की आलोचना करते हुए एक बयान जारी किया लेकिन उनके इस्तीफे या बर्खास्तगी की मांग करना बंद कर दिया। लेकिन उन्हे नही मालूम था की उनके उपर ही पहले तलवार लटकने वाली है, और उन्हे उनके पदवी से हटा दिया गया।