भारत के प्रतिभाशाली शतरंज प्लेयर विग्नेश एनआर ने हाल ही में जर्मनी के शहर बैड ज़्विसचेनहैन
में जर्मनी के IM इल्जा श्नाइडर को मात दी और 24वां नॉर्डवेस्ट कप 2023 जीत लिया है और इसी
के साथ को देश के 80वें ग्रैंडमास्टर भी बन गए है | चेन्नई के इस खिलाड़ी ने लाइव रेटिंग में 2500
का आकड़ा पार कर लिया है , विगनेश के बड़े भाई विशाख एनआर साल 2019 में भारत के 59वें
ग्रैंडमास्टर बने थे , इसलिए अब ये दोनों हमारे देश के पहले भाई बन गए है जो ग्रैंडमास्टर्स है |
विशाख ने अपने भाई को दी बधाई
विशाख एनआर ने अपने भाई को उनके शानदार प्रदर्शन और इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए
कहा “यह देख कर काफी अच्छा लग रहा है की आखिरकार मेरे भाई ने ग्रैंडमास्टर टाइटल की सारी
आवश्यकताएं पूरी कर इसे हासिल कर लिया है , ये उच्च स्तर की ओर पहला कदम है , हम और
अधिक सुधार करने और अच्छी गेम्स खेलकर दुनिया में सकारात्मकता लाने के लिए तत्पर रहेंगे |
17 वर्ष की उम्र में हासिल किया था विग्नेश ने पहला नॉर्म
बता दे विग्नेश ने 17 वर्ष की उम्र में 2015 में Qatar Masters के दौरान अपना पहला ग्रैंडमास्टर
नॉर्म हासिल किया था , डेढ़ साल बाद 2017 में 24वें अबू धाबी मास्टर्स के दौरान उन्होंने अपना दूसरा
ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल किया और अपना तीसरा GM नॉर्म 2018 में आयोजित हुए पहले गुजरात
GM ओपन में अर्जित किया , इसके बाद अपना अंतिम नॉर्म उन्होंने 2019 में चीन के Xingtai में
एशियन कॉन्टिनेन्टल के दौरान हासिल किया | ग्रैंडमास्टर का टाइल शतरंज खिलाड़ी को मिलने
वाला सबसे सर्वोच्च सम्मान होता है |
दोनों भाइयों की ये उपलब्धि उल्लेखनीय है
दोनों भाइयों के लिए ये उपलब्धि असाधारण कौशल और खेल के प्रति समर्पण का एक वसीयतनामा
है। उनकी ये सफलता ना केवल भारत में शतरंज खिलाड़ियों को प्रेरणा देंगी बल्कि विश्व स्तर पर
शतरंज खिलाड़ियों को तैयार करने की देश की क्षमता को भी प्रदर्शित करेगी | शतरंज के प्रति दोनों
भाइयों के जुनून और उत्कृष्टता ने उन्हें ग्रैंडमास्टर का टाइटल हासिल करने के लिए भारत के पहले
भाइयों की जोड़ी बना दिया है और उनकी ये उल्लेखनीय उपलब्धि इतिहास में दर्ज की जाएगी |