उत्तरप्रदेश में विद्या भारती द्वारा 33 वीं क्षेत्रीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है.
इसमें विद्या भारती के पूर्वी उत्तरप्रदेश के चारों प्रान्तों को शामिल किया गया है.
जिसमें काशी, अवध, गोरक्ष और कानपुर शामिल है. 33 वीं क्षेत्रीय कबड्डी प्रतियोगिता का
उद्घाटन शनिवार को रंगारंग कार्यक्रमों के साथ हुआ.
प्रोफ़ेसर राजेन्द्र सिंह शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित सिविल लाइन्स स्थित ज्वाला
देवी इंटर कॉलेज में विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित 33 वीं क्षेत्रीय कबड्डी प्रतियोगिता
का उद्घाटन हो गया है. बता दें चारों प्रान्तों से लगभग
500 भैया-बहिन और उनके संरक्षक आचार्य-आचार्या और निर्णायक मंडल के अधिकारीगण उपस्थित रहें.
मुख्य अतिथि समाजसेवी नागेन्द्र सिंह ने कहा कि यदि भारत को
खेलों की दुनिया में मजबूत करना है तो उसकी शुरुआत यहीं से करनी होगी.
विद्या भारती कर रहा 33 वीं क्षेत्रीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन
क्योंकि संस्कारयुक्त माहौल में पले-बढ़े ये खिलाड़ी खेलों की विविध विधाओं में
ना केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रहेंगे.
ज्वाला देवी सिविल लाइन्स के प्रधानाचार्य और प्रदेश निरीक्षक रामजी सिंह ने
अतिथियों का परिचय कराया और स्मृति चिन्ह एवं वस्त्रादि प्रदान
करते हुए उनका स्वागत किया. क्षेत्रीय खेलकूद प्रमुख जगदीश सिंह
ने खेल प्रतियोगिता का मानव जीवन से सम्बन्ध बताए हुए कहा
कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है. अतः शरीर को स्वस्थ रखने
के लिए खेलकूद और योगासन की प्रमुख भूमिका होती है.
विद्या भारती के भैया एवं बहिन देश-विदेशों में अपने प्रतिभा बिखेर रहे हैं.
कार्यक्रम का संचालन आचार्य संतोष पाण्डेय के मार्गदर्शन में किया गया था.
विद्यार्थियों में होगा खेलों का विकास
कार्यक्रम में विभिन्न प्रान्तों के शारीरिक प्रमुख, संरक्षक आचार्य और
आचार्या, निर्णायक मंडल, भैया-बहिन और अन्य लोग उपस्थित रहें.
इन प्रतियोगिता का तात्पर्य बच्चों में खेल भावना विकसित करना
और उनकी प्रतिभा में और निखार लाना है जिससे उन्हें आगे जाने में सहायता मिले.
और देश-विदेश के पटल पर भी वह अपनी प्रतिभा का जलवा दिखा सके.