कबड्डी प्रतियोगिता में प्रदेशभर में विजेता रहने वाली बूंदी की टीम के लिए खुशखबरी है.
अब इन बेटियों को मिट्टी और कंकरों के बीच प्रैक्टिस नहीं करनी पड़ेगी.
विधायक अशोक डोगरा ने 3 लाख 24 हजार रुपए विधायक कोष से स्वीकृत
करने की अनुशंसा की है. डोगरा ने इसका पत्र जारी कर दिया है.
उम्मीद है कि जल्द इन छात्राओं को मैट मिल जाएगी और वे मैट
पर ही प्रैक्टिस कर सकेंगी. एक अखबार ने 19 सितम्बर के अंक में मैट
की जगह मिट्टी में प्रैक्टिस कर रही स्टेट चैंपियन बेटियां शीर्षक से खबर
बूंदी की खिलाड़ियों को मिलेगी सुविधाएं
प्रकाशित की थी. इस खबर में फोटो के साथ बेटियों की पीड़ा को प्रकाशित
किया था. रिपोर्ट में बताया गया कि इन बेटियों को सुविधाएं नहीं दी
जा रही है. अगले महीने हमारे जिले की बेटियां नेशनल स्तर पर राजस्थान
की ओर खेलेंगी. राष्टीय स्तर पर मैटिंग पर कबड्डी के मुकाबले होते हैं.
रिपोर्ट में बताया था कि इन बेटियों को सुविधाएं नहीं दी जा रही है.
अगले महीने हमारे जिले की बेटियों ने नेशनल स्तर पर राजस्थान की
ओर से खेलेंगी. राष्ट्रीय स्तर पर मैटिंग पर कबड्डी मुकाबले होते है.
लेकिन हमारी बेटियों को स्टेट चैंपियन होने के बाद भी उनको प्रैक्टिस के लिए मैट नहीं दी गई.
केन्द्रीय विद्यालय में राज्य सरकार की और से प्रशिक्षण के लिए
कोच भी नियुक्त नहीं हो पाया है. खिलाड़ी छात्राओं का कहना था
कि अगर दूसरे जिलों की टीमें चैंपियन बनती है तो जिला प्रशासन से
लेकर जनप्रतिनिधि उनको पूरी सुविधाएं दिलवा देते है लेकिन
हमारे यहां ऐसी सोच नहीं है. बता दे पिछले महीने ये बालिकाएं स्टेट
जीतकर बूंदी आई थी. विधायक अशोक डोगरा ने बताया की स्टेट चैंपियन
रहीं बेटियों को सुविधाएं मिलनी चाहिए. मैंने अपने विधायक कोष
कबड्डी में जीता है स्टेट लेवल का खिताब
से तीन लाख 24 हजार रुपए देने की अनुशंसा कर दी है. अब प्रशासन
को जल्द से जल्द मैट का बन्दोबस्त करना चाहिए. ताकि राष्ट्रीय स्तर
के मुकाबले में भी हमारी बेटियां उम्दा खेल दिखा सकें.