खेल चाहे कोई सा भी हो लेकिन अगर कोई प्लेयर हार को बरदाश नहीं कर सकता और मैच को बीच
में ही छोड़ देता है तो उसके fans भी काफी निराश हो जाते है , पर लगता है की FIDE इस मामले
में कोई ध्यान नहीं दे रहे है क्यूंकि कार्लसन ने जिस तरह Julius Baer Cup के दौरान नीमन के खिलाफ
हुए मैच में सिर्फ एक चाल चल कर मैच छोड़ दिया था वो बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं था और कार्लसन के
इस बर्ताव के बाद Fide को जरूर कुछ एक्शन लेना चाहिए था |
इस मामले में एक लाइवस्ट्रीम के दौरान कार्लसन के ट्रैनिंग कोच Peter Heine Neilsen ने कहा था की
“ये Magnus के ऊपर है की उसे खेलना है या नहीं और मैं उससे इस बारे में कुछ नहीं पूछूँगा” |
इसी मामले में IM वी सरवनन ने कहा जो कार्लसन ने किया वो एक sportsmen की निशानी बिलकुल भी
नहीं है अगर वो नीमन के खिलाफ खेलने के लिए comfortable नहीं थे तो उन्हें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेना
ही नहीं चाहिए था |
उन्होंने आगे ये भी कहा “एक player के साथ हुए मैच को बीच में छोड़ देना और बाकी टूर्नामेंट में सभी
players के साथ आराम से खेलना और फिर उस विवाद के बारे में छुप रहना सच में एक लापरवाह प्लेयर
की निशानी है | कार्लसन को अपने इस बर्ताव के बारे में कम से कम एक स्पष्टीकरण देना चाहिए ,
मेरे मुताबिक जो उन्होंने किया है वो खेल को बदनाम करने का एक स्पष्ट मामला है” |
वी सरवनन ने Fide के डायरेक्टर Emil Sutovsky पर भी तंज कसते हुए कहा की Sergey Karjakin जैसे
प्लेयर को टूर्नामेंट में रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध को गौरवान्वित करने के लिए बैन कर सकते है
तो इस मामले में भी उन्हें थोड़ा दखल दे देना चाहिए |
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