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उड़ीसा सरकार राज्य ने भारत में हॉकी खेल के उत्थान के लिए काफी काम किया है. उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हॉकी के खेल को आगे बढ़ाने के लिए हॉकी इंडिया का काफी साथ दिया है. उन्होंने बुधवार को चार वर्षों के लिए घोषणापत्र जारी किया है. जिसमें उन्होंने खेल से जुड़ी उपलब्धियों को दर्शाया है. उन्होंने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है जिसमें उन्होंने खेल से जुड़े हुए परिवर्तन पर नजर डाली है.
उड़ीसा सरकार ने गिनाए हॉकी में किए गए कार्य
इसमें बताया गया है कि उड़ीसा द्वारा जूनियर पुरुष विश्वकप, प्रो लीग, FIH ओलम्पिक क्वालीफायर एयर FIH सीरीज फाइनल जैसे प्रमुख हॉकी आयोजनों का हिस्सा बना है. इससे देश में हॉकी को काफी मजबूती मिली है. इसके साथ ही हॉकी को लेकर भी काफी आयोजन यहां हुए हैं. इसके साथ ही हॉकी के लिए दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम भी उड़ीसा में बनाया गया है. उन्होंने कहा कि कलिंगा हॉकी स्टेडियम और बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम दुनिया के शीर्ष स्टेडियम में से एक हैं.
इस दौरान खेल मंत्री और युवा सेवा मंत्री ने उड़ीसा के मुख्यमंत्री को अवगत कराया है. उनकी राज्य सरकार ने शानदार निर्माण के साथ ही काम किया है. सफल आयोजन भी किए हैं और खेलों के पसंदीदा स्थान के रूप में यह उभरा भी है. उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने देश के युवाओं को हॉकी से जोड़ने के लिए कई मुहीम भी चलाई. इतना ही नहीं भारत लगातार दो बार विश्वकप का आयोजक भी बन चुका है. साथ ही उड़ीसा सरकार ने खिलाड़ियों को वो सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई है जिसका वह हकदार था और उन्हें नहीं मिल रही थी.
इतना ही नहीं उड़ीसा सरकार ने राउरकेला में बहुत आधुनिक और विश्वकप का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम तक बनवा दिया है. जिससे उनकी काफी वाह-वाही हो रही है. उड़ीसा में हॉकी का अलग ही बदला रूप है. यहां का युवा बचपन से ही हॉकी से प्यार करने लग जाता है. और अन्य किसी खेल के बारे में ना सोचकर वह हॉकी में अपनी किस्मत आजमाता है.