क्रिकेट के अब तक के इतिहास में कई खिलाड़ियों ने एक या दो प्रारूपों में 100 या उससे
अधिक मुकाबले खेले हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों के अलग-अलग समय में आने के साथ-साथ इनके
खेलने के तरीकों में भी काफी बदलाव आए जिस वजह से किसी एक प्रारूप में अच्छा खेलने
वाले खिलाड़ी के लिए दूसरे प्रारूप में भी अच्छा करना काफी मुश्किल रहा।
टी-20 क्रिकेट का परिचय 21वीं सदी में होने की वजह से कई बड़े खिलाड़ियों को इस फॉर्मेट
में ज्यादा वक्त बिताने का समय नहीं मिला जिस वजह से वह इस फॉर्मेट से दूर रह गए।
हम इस आर्टिकल में उन दो खिलाड़ियों की बात करेंगे जिन्होंने तीनों फॉर्मेट में 100
मुकाबले खेले हैं और खास लिस्ट में जगह बनाई है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 100 मैच खेलने वाले दो खिलाडी
न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रॉस टेलर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में
तीनों फॉर्मेट में 100 से अधिक मुकाबले खेले हैं। फरवरी 2020 में टेलर अपना
100वां टेस्ट मुकाबला खेलते ही तीनों फॉर्मेट में 100 मुकाबले खेलने वाले पहले खिलाड़ी बने थे।
2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले रॉस टेलर ने 16 साल के लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर
में 112 टेस्ट 236 वनडे और 102 टी-20 मुकाबले खेले।
टेलर ने टेस्ट की 196 पारियों में 44.66 की औसत से 7683 रन बनाए।
वहीं 220 वनडे पारियों में 47.55 की औसत से 8607 रन बनाए और 94 टी-20
पारियों में उन्होंने 26.15 की औसत से 1909 रन बनाए। टेलर ने टेस्ट
और वनडे में क्रमशः 19 और 21 शतक लगाए हैं।
दिग्गज बल्लेबाज ने पिछले साल दिसंबर 2021 में अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी
और 4 अप्रैल 2022 को नीदरलैंड के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला।
रविवार रात एशिया कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ मैदान में उतरते ही विराट कोहली
ने अपना 100वां टी20 मुकाबला खेला और इसी के साथ वह रॉस टेलर के
बाद तीनों प्रारूपों में 100 मुकाबले खेलने वाले दूसरे खिलाड़ी बने। 2010 के दशक
में विश्व क्रिकेट में राज करने वाले विराट कोहली ने न सिर्फ यह कीर्तिमान हासिल किया है
बल्कि अपने प्रदर्शन से सभी प्रारूपों में अपना दबदबा भी बरकरार रखा है।