भारत में राष्ट्रीय खेल हॉकी को सुधारने के लिए अब जोनल लेवल पर टूर्नामेंट आयोजित किए जाएंगे. दरअसल उड़ीसा के भुवनेश्वर में एक वरिष्ठ हॉकी कोच ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि देशभर में कई राज्य और जिले हॉकी को लेकर सक्रिय नहीं है जिससे की हॉकी विस्तार नहीं हो पा रहा है और नई प्रतिभाएं सामने निकल कर नहीं आ रही है. उन्होंने कहा की राज्य और जिला स्टार पर चैंपियनशिप की बात आती है तो कई एसोसिएशन इस पर ध्यान नहीं देते हैं.
जोनल के स्तर पर आयोजित होंगे हॉकी टूर्नामेंट
उन्होंने आगे कहा कि, ‘इससे सम्बद्ध राज्य और जिला इकाइयां राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए टीमों को चुनने के लिए चयनीत टूर्नामेंट का आयोजन करती है लेकिन इसमें कुछ खिलाड़ियों को ही ट्रायल का मौका मिलता है और कुछ इससे वंचित रह जाते है.’ उन्होंने बताया कि अधिकांश खिलाड़ियों को इन टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिलता और वह अपनी प्रतिभा को दिखाने में पीछे रह जाते हैं. इसके लिए सभी जिला स्तरीय या राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में वार्षिक चैंपियनशिप का आयोजन किया जाना चाहिए.’
वहीं हाल ही में हॉकी इंडिया के नए अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने आगामी हॉकी विश्वकप के सम्बन्ध में हॉकी इंडिया के कार्यकारी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की थी. लेकिन उनसे उस दौरान पूछा गया कि जो राज्य स्तरीय इकाई सक्रिय नहीं है उसके खिलाफ क्या कार्यवाई करनी चाहिए तो इसके जवाब में उन्होंने कोई उत्तर नहीं दिया.
बता दें कि हॉकी इंडिया की एक प्रेस कांफ्रेंस के अनुसार, निचले स्तर के ढांचे को वापस से लाने के लिए सब जूनियर और जूनियर लड़कों और लड़कियों के वर्ग के लिए जोनल स्तरीय टूर्नामेंट का आयोजन किया जाना है.
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि, ‘हमारे पास आयु वर्ग प्रतियोगिता में हॉकी इंडिया वार्षिक चैंपियनशिप के अलावा कोई और टूर्नामेंट नहीं है. लेकिन अब आगामी योजना जोनल टूर्नामेंट शुरू करने की है.’
सूत्रों कि माने तो जोनल टूर्नामेंट को चार समूहों में विभाजित किया जाएगा. जोनल टीमें राष्ट्रीय स्तर पर भी मीच खेलेगी.
साथ ही आगामी सालों में गोलकीपरों और ड्रैगफ्लिकर वाले खिलाड़ियों के भी अलग से प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. टिर्की ने कहा कि मेरा यह भी मानना है कि हॉकी के विकास के लिए हॉकी इंडिया लीग को फिर से शुरू करने की आवश्यकता है.