वर्ष 2014 में वेस्टइंडीज क्रिकेट के उभरते सितारे एड्रियन बरथ ने अचानक क्रिकेट से एक साल का विश्राम लेने का फैसला लिया और jehovah witness के रास्ते को चुनकर क्रिकेट में कभी नहीं लौटे।
लगभग 8 साल पहले 2014 में उनके रहस्यमय तरीके से बाहर निकलने के फैसले के बाद वो फिर कभी क्रिकेंट में नहीं लौटे।
इस तरह के प्रतिभाशाली खिलाड़ी के 24 साल की उम्र में छोड़ने के कारण पर लगातार अटकलें लगाई गई।
एड्रियन बरथ, जो अब 32 साल के हैं उन्हें 8 साल साल हो चुके हैं वो एक भक्त jehovah witness के रूप में,
अपने परमेश्वर की सेवा करने के लिए धन और माया से मुहं मोड़ चुके हैं।
एड्रियन बरथ ने अपने करियर का आखिरी मैच अप्रैल 2014 में जमैका के खिलाफ चार दिवसीय मैच खेला इसके वो क्रिकेट में कभी नहीं लौटे।
दूनियां और खेल जगत ने बाराथ के संन्यास को हमेशा के लिए समय से पहले माना।
लेकिन दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को वह सब याद होगा जो उन्होंने 16 साल की उम्र में क्रिकेट में हसिल किया।
jehovah witness से पहले क्रिकेट में शानदार करियर
पूर्व खिलाड़ी एड्रियन बरथ ने 15 टेस्ट मैच खेले और एक शतक, चार अर्धशतक और 23.46 की औसत के साथ अपना करियर को समाप्त किया।
18 साल पहले, शानदार करियर में टेस्ट डेब्यू इतिहास में न केवल 19 साल की उम्र में,
शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के वेस्ट इंडियन होने के कारण है।
बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तिहरे आंकड़े तक पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी में भी हैं,
जिन्होंने अपने एक आदर्श सचिन तेंदुलकर को पछाड़ दिया।
बरथ ने 30.30 की औसत से एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 14 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले।
उन्होंने 16 साल की उम्र में अपनी शुरुआत की और डैरेन गंगा के साथ एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग ओपनिंग साझेदारी की थी।
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने इतिहास रचने में बहुत कम समय लिया।
अगले ही मैच में अपना पहला शतक लगाकर यह उपलब्धि हासिल करने वाले क्षेत्र के दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए।
एंटरप्राइज, चगुआनास के मूल निवासी ने
इंडियन प्रीमियर लीग,
कैरेबियन प्रीमियर लीग
और कैरेबियन टी20 टूर्नामेंट में खेलो में भी हिस्सा लिया हुआ है।
यहोवा के साक्षी बनने के बाद भी क्रिकेट के कई महान खिलाड़ियों द्वारा उन्हे,
क्रिकेट में वापस लुभाने के लिए बार-बार प्रयास भी किया गया।
बावजूद इसके, बरथ अपने विश्वास में दृढ़ रहे है, अब क्रिकेट की चकाचौंध में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
उन्होनें कहा अब वो अपना जीवन सिर्फ भगवान की महिमा को दे रहे हैं।
jehovah witness कौन हैं?
jehovah witness को मानने वालो का कहना है कि,
हम सैकड़ों जातीय और अलग अलग भाषाई क्षेत्र से आते हैं,लेकिन जीवन के समान लक्ष्यों में हम एकजुट हैं।
हम यहोवा परमेश्वर और उसके राज्य के बारे में गवाही देते हैं या बात करते हैं, हम यहोवा के साक्षी कहलाते हैं।
सबसे बढ़कर, हम यहोवा, बाइबल के परमेश्वर और सभी चीज़ों के सृष्टिकर्ता का सम्मान करना चाहते हैं।
हम में से हरेक नियमित रूप से लोगों को बाइबल और,
परमेश्वर के राज्य के बारे में सीखने में मदद करने के लिए समय व्यतीत करता है।
क्योंकि हम यहोवा परमेश्वर और उसके राज्य के बारे में गवाही देते हैं या बात करते हैं, हम यहोवा के साक्षी कहलाते हैं।