विकलांग लोगों के लिए आयोजित हुए शतरंज टूर्नामेंट के तीसरे राउंड की शुरुआत र्बियाई व्यापार,
पर्यटन और Telecommunications के मंत्री हुसैन मेमिक द्वारा की गई | टूर्नामेंट का माहोल काफी
गर्म था पर बोर्ड पर लड़ाई कठिन दिखी और गेम्स काफी लंबे समय तक चली |विस्तारित काम के
घंटों के बावजूद कई प्लेयर्स ने प्लेइंग हॉल के बाहर समय बिताना जारी रखा और अपने अन्य साथियों
की प्रतीक्षा की साथ ही बाकी टीम के सदस्यों के साथ गेम का विश्लेषण भी किया , ऐसा बाकी शतरंज
इवेंट्स में काफी कम देखने को मिलता है |
भारतीय शतरंज महासंघ के सचिव ने की FIDE की सरहाना
इवेंट के मेहमानों में से एक अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के सचिव और चेन्नई में 44वें शतरंज ओलंपियाड के टूर्नामेंट निदेशक भरत सिंह चौहान है , उन्होंने विकलांग लोगों के लिए उद्घाटन ओलंपियाड के बारे में बात करते हुए FIDE और स्थानीय आयोजकों की सराहना की और कहा “ ये बहुत कठिन इवेंट है और विकलांग लोगों को एक साथ लाने के लिए FIDE द्वारा यह एक बड़ी पहल है | सिंह का मानना है की विकलांग लोगों का अपना ओलंपियाड होना चाहिए |
तीसरे राउंड के नतीजे
इवेंट के तीसरे राउंड में पोलैंड ने अपने बेहतरीन फॉर्म को जारी रखते हुए FIDE की अंतरराष्ट्रीय स्क्वाड को 3.5:0.5 से हराया , FIDE टीम के आंद्रेई ओबोडचुक और नताशा मोरालेस सैंटोस ने संतुलित अंत को बचाने का अपना मौका गंवा दिया | इस राउंड में सबसे रोमांचक मैच भारत और इज़राइल की टीमों द्वारा खेला गया | आखरी सेकंड तक ऐसा लग रहा था की ये लड़ाई 2:2 पर समाप्त होगी | भारत के दर्पण इनानी ने खेद ये व्यक्त किया की उन्होंने balanced एन्डिंग करने का एक बड़ा अवसर गंवा दिया |
जब अनुभवी GM येहुदा ग्रुएनफेल्ड काले मोहरों के साथ सबसे तेज जीत के रास्ते की तलाश कर रहे थे तब उनकी घड़ी पर समय समाप्त हो गया और शशिकांत कुटवाल ने शतरंज का आखिरी गेम जीत लिया और अंत में मेरा मैच 3-1 से भारत के नाम हो गया | फ़िलिपींस ने भी सर्बिया की दूसरी टीम के विरुद्ध 3.5:0.5 के स्कोर के साथ शानदार जीत हासिल की |