Indian Kabaddi Coaching Camp: हाल ही में AKFI ने भारतीय कबड्डी टीम के लिए नेशनल कैंप का ऐलान किया है, जिसमें 36 संभावित खिलाड़ियों को शामिल किया गया।
इस खबर के सामने आते ही पंडितों और फैंस के बीच हड़कंप मच गया है, क्योंकि AKFI ने कई ऐसे खिलाड़ियों को शामिल किया जो बिल्कुल युवा है, वहीं प्रदीप नरवाल, मनिंदर सिंह और नवीन कुमार जैसे दिग्गज कबड्डी खिलाड़ियों को बाहर कर दिया है।
शिविर के लिए चुने गए खिलाड़ियों में ज्यादातर युवा शामिल है, जो यह दर्शाता है कि AKFI युवा खिलाड़ियों पर फोकस करना चाहता है। हालांकि 3 सीनियर खिलाड़ियों को न चुने जाने से एक तबका नाराज है।
तो आइए उन 3 दिग्गज खिलाड़ियों पर एक नजर डालते है जो कबड्डी कैंप (Kabaddi Coaching Camp) के लिए नहीं चुने गए है।
मनिंदर सिंह (Maninder Singh)
मनिंदर सिंह प्रो कबड्डी लीग के एक जाने माने सितारे है। उन्होंने 1400 से अधिक रेड पॉइंट बनाए है। वह लीग के टॉप रेडर्स में से एक है, लेकिन फिर भी मनिंदर की राष्ट्रीय शिविर रोस्टर से अनुपस्थिति ने कई लोगों को चौंका दिया है।
PKL 10 सीजन में चोटिल होने के बावजूद, ‘द माइटी मनी’ के नाम से मशहूर, ने 198 अंक और नौ सुपर 10 स्कोर किए, जिससे उनकी दृढ़ता और दृढ़ संकल्प का पता चलता है।
नवीन कुमार (Naveen Kumar)
नवीन कुमार को कपलता और गेम बदलने वाली रेडिंग स्किल के लिए जाना जाता है। वह टीम में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते है। हालांकि सीजन 10 में वह चोटिल हो गए और शेष मैचों से बाहर हो गए।
हालांकि PKL में वह सबसे तेज 1000 रेड पॉइंट तक पहुंचने वाले खिलाड़ी है। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए उनकी अनुपस्थिति एक बड़ा झटका है।
परदीप नरवाल (Pardeep Narwal)
कबड्डी के दुनिया में परदीप का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा जाता है। उन्होंने अपनी असाधारण कौशल के लिए नाम दर्ज करा लिया है। उन्होंने पटना पाइरेट्स को लगातार तीन PKL खिताब जिताने में भूमिका निभाई हैं। वहीं वह 2016 कबड्डी वर्ल्ड में भी टीम का हिस्सा थे।
परदीप नरवाल ने PKL में 1690 रेड पॉइंट बनाए है और उनके नाम 85 सुपर 10 दर्ज है। हालांकि PKL 10 में उन्हे कम प्रदर्शन का खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है। यही कारण है कि कोचिंग कैंप में शामिल नहीं किया गया है।
नए कबड्डी टैलेंट पर फोकस
शिविर ने गुमान सिंह, पंकज मोहिते और आशु मलिक जैसे युवा खिलाड़ियों को चुना गया है। जो यह दर्शाता है कि अब युवा टैलेंट को मौका दिया जायेगा ताकि वह भविष्य में बड़े टूर्नामेंट भारत का कद और ज्यादा ऊंचा कर सकें।
वहीं परिवर्तन ही संसार का नियम है, नए प्रतिभाओं को उभारने के लिए पुराने दिग्गजों को उनका साथ देना होगा, ताकि सितारों की एक नई पीढ़ी के उदय उजागर हो।
IKF ने जारी किया 2024-25 का Kabaddi Schedule
ज्ञात हो कि इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन (IKF) साल 2024 और 2025 के लिए सभी तरह के प्रोग्राम की घोषणा कर दी है।
इस सत्र की शुरुआत बड़े टूर्नामेंट से होगी, जो कि ढाका में Bangabandhu Cup 2024 है। जिसके लिए अप्रैल और मई में सीनियर पुरुष टीमें भाग लेंगी।
वहीं Africa Cup 2024 केन्या में जून में खेला जाएगा। इस बात टूर्नामेंट में कुल 13 टीम भाग लेगी।
जबकि जूनियर महिला विश्व कप (kabaddi Junior Women’s World Cup) और बीच वर्ल्ड कप (पुरुष और महिला) सितंबर में निर्धारित हैं।
9 साल बाद Kabaddi World Cup का ऐलान
नौ साल की वापसी के बाद कबड्डी वर्ल्ड का आयोजन 2025 में निर्धारित है, लेकिन अभी तक आयोजन स्थल का ऐलान नहीं किया गया है।
इसके अलावा कहा जा रहा है की महिला वर्ल्ड कप भी आयोजित किया जाएगा। जबकि तीसरा जूनियर वर्ल्ड कप (मेंस) मार्च में ईरान में खेला जाना है।
भारत ने जीते है सभी 3 कबड्डी वर्ल्ड कप
ज्ञात हो कि अब तक 2004, 2007 और 2016 में तीन बार कबड्डी वर्ल्ड कप हुए है और सभी में भारत ने हो जीत हासिल की है।
पहला विश्व कप भारत के मुंबई में आयोजित हुआ था, जिसमें भारत ने फाइनल में ईरान को 55-27 से हराकर खिताब जीता।
वहीं 2007 भारत ने फाइनल मुकबाले में ईरान 29-19 को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की थी। जबकि 2016 संस्करण अहमदाबाद में खेला गया था, जिसमें कुल 12 देशों ने भाग लिया था।
भारत ने फाइनल मुकाबले में ईरान को 38-29 से हराकर जीत हासिल की।
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