प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के 9वें सीजन की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, सभी टीमों
की तैयारियां भी उस तरह तेज हो गई हैं। तेलुगु टाइटंस की टीम भी अपनी तैयारियों में जुटी हुई है।
इस बार टीम में कुछ बेहतरीन प्लेयर जोड़े गए हैं। इस सीजन टाइटंस की टीम काफी मजबूत दिखाई
दे रही है क्योंकि इसमें कई दिग्गजों की मौजूदगी है। टाइटंस ने सिद्धार्थ देसाई को वापस अपने साथ
जोड़ा है और उनकी मदद के लिए कुछ बेहतरीन रेडर्स को भी लेकर आए हैं। इस सीजन टाइटंस ने
अपने डिफेंस को भी काफी मजबूत किया है और वह अपने पिछले सीजन की गलतियों को भुलाकर
नए सीजन में दमदारी के साथ मैट पर उतरना चाहेंगे। हम आपको बताते हैं कि तेलुगु टाइटंस का
मजबूत और कमजोर पक्ष क्या है।
सीजन में टीम का मजबूत पक्ष
तेलुगु टाइटंस के रेडिंग डिपार्टमेंट को अगर देखें तो ये स्टार प्लेयर्स से भरी हुई नजर आती है। टाइटंस
ने सिद्धार्थ देसाई को लगातार अपने साथ बनाया हुआ है और वे उनसे एक बेहतरीन सीजन की उम्मीद
कर रहे हैं। पिछले सीजन सिद्धार्थ चोट के कारण केवल तीन ही मैच खेल सके थे, लेकिन इसके बावजूद
टाइटंस ने इस बार वापस उन्हें अपने साथ जोड़ा है। अगर सिद्धार्थ देसाई इस बार चल गए तो फिर
विरोधी टीमों के लिए बड़ी मुसीबत बन सकते हैं। इसके अलावा टीम में मोनू गोयत, अभिषेक सिंह,
अंकित बेनीवाल, रजनीश और विनय जैसे बेहतरीन रेड हैं।
मोनू गोयत बीते सीजन पटना पाइरेट्स की टीम में थे और बेहतरीन खेल दिखाया था। वहीं अभिषेक सिंह
ने यू-मुम्बा के लिए 177 रेड प्वॉइंट हासिल किए थे। पिछले सीजन जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले अंकित
बेनीवाल को भी टीम ने रिटेन किया है। वहीं रजनीश और विनय भी हैं। कुल मिलाकर टीम के पास इतने
जबरदस्त रेडर हैं कि वे किसी को भी मैट पर उतार सकते हैं और हर एक रेडर मैच जिताने की क्षमता
रखता है। रेडिंग में तेलुगु टाइटंस बाकी टीमों से काफी आगे नजर आ रही है।
डिफेंस भी है दमदार
टीम ना केवल रेडिंग बल्कि डिफेंस में भी काफी मजबूत दिखाई दे रही है। उनके पास सुरजीत सिंह
और परवेश भैंसवाल जैसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद हैं। इसके अलावा रविंदर पहल और विशाल भारद्वाज
भी टाइटंस के खेमे में मौजूद हैं। 331 टैकल प्वाइंट ले चुके सुरजीत लीग के पांचवें सबसे सफल डिफेंडर हैं।
उनका अनुभव टीम के काफी काम आ सकता है। वहीं भैंसवाल ने भी 248 टैकल प्वाइंट्स लिए हैं।
प्रवेश भैंसवाल और रविंदर पहल बीते सीजन गुजरात टाइटंस के लिए एक साथ खेल चुके हैं और इनके
बीच का तालमेल शानदार होगा। विशाल भारद्वाज की बात करें तो वो पहले तेलुगु टाइटंस का हिस्सा रह
चुके हैं और उनके बेहतरीन प्रदर्शन किया था। यदि इन चार डिफेंडर्स ने अपना बेस्ट प्रदर्शन दे दिया तो
टाइटंस की डिफेंस नौवें सीजन के सबसे खतरनाक डिफेंस में से एक बन सकती है।
टीम का मजबूत पक्ष
तेलुगु टाइटंस की टीम में इस बार कोई खास कमजोरी नहीं दिखती है। उन्होंने रेडिंग और डिफेंस दोनों
को काफी अच्छी तरह से कवर किया है। टीम के लिए एकमात्र दिक्कत खिलाड़ियों की फिटनेस हो
सकती है। सिद्धार्थ देसाई और मोनू गोयत इंजरी का शिकार होते रहे हैं। हालांकि बैकअप उनके पास
मौजूद है लेकिन बड़े खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में बाकी प्लेयर किस तरह से रिएक्ट करते हैं ये देखने
वाली बात होगी। इसके अलावा जब किसी टीम में कई बेहतरीन प्लेयर होते हैं तो फिर प्लेइंग सेवन तैयार
करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और टीम में इस चक्कर में थोड़ी कंफ्यूज हो जाती है। इसका
असर उनके परफॉर्मेंस में देखने को मिलता है।
सिद्धार्थ देसाई के ऊपर निगाहें तो होंगी ही। इसके अलावा टीम में नए जुड़े अभिषेक सिंह और मोनू
गोयत पर भी निगाहें होंगी। डिफेंस में सुरजीत सिंह, परवेश भैंसवाल, विशाल भारद्वाज और रविंदर
पहल पर सबकी निगाहें होंगी। तेलुगु टाइटंस चाहेगी कि ये खिलाड़ी दमदार प्रदर्शन करें।