प्रो कबड्डी लीग के अभी तक के सभी सीजन में तीन टीमों ने पांच या उससे
ज्यादा बार प्लेऑफ में जगह बनाई है. इसके अलावा तीन टीमों ने
चार-चार और दो टीमों ने तीन-तीन बार प्ले ऑफ या सेमीफाइनल में
जगह बनाई है. प्रो कबड्डी लीग 12 में से 11 टीमों ने कम से
कम दो बार तो सेमीफाइनल या प्लेऑफ में जगह बनाई ही है
जबकि तमिल ही ऐसी टीम है जो अब तक टॉप छह में भी जगह नहीं बना पाई है.
तीन टीमों ने सबसे कम बार रखा प्लेऑफ में कदम
प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन की विजेता जयपुर पिंक पैंथर्स
आठ सीजन में से सिर्फ दो बार ही सेमीफाइनल में पहुंच पाई है.
पहले सीजन के अलावा जयपुर टीम ने चौथे सीजन में अपनी
सेमीफाइनल की जगह को पक्का किया था. आठवें सीजन
में तो जयपुर टीम प्लेऑफ से भी चूक गए थे.
प्रो कबड्डी लीग के आठवें सीजन में आखिरी स्थान पर रहने
वाली तेलुगु की टीम सिर्फ दो बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है.
दूसरे सीजन में टीम ने तीसरा तो चौथे सीजन में चौथा स्थान प्राप्त किया था.
बाकी सीजन में टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था.
तेलुगु टीम ने एक बार भी टाइटल अपने नाम नहीं किया है.
प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सीजन में डेब्यू करने वाली तमिल की
टीम एक बार भी प्लेऑफ में नहीं पहुंची है. पांचवें और छठे
सीजन में यह टीम आखिरी स्थान पर रही थी. सीजन सात में भी यह
आखिरी स्थान पर रही थे. साथ ही पिछले सीजन की बात करें
तो आठवें सीजन में भी इसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था.
तमिल टीम का रिकॉर्ड रहा सबसे खराब
अब इस सीजन में टीम से आशा है कि कुछ बेहतरीन प्रदर्शन
कर अपने लीग इतिहास का सबसे अच्छा सीजन बनाने में कामयाब रहेगी.
क्योंकि इस बार उनकी टीम में पवन सेहरावत जैसे दिग्गज
खिलाड़ी शामिल हैं और उन्हीं पर सबकी निगाहें टिकी है.
इस बार वह सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर भी बिके हैं.