टॉप फुटबॉल खिलाडी जिन्होंने चोट के बाद की बेहतरीन वापसी, फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसमे काफी रिस्क है, भले बाहर से देखने पर हम सभी को ये काफी सरल दिखे। लेकिन ऐसा कुछ भी नही है, खिलाडियों को अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए घंटो मेहनत करनी पड़ती है, उन्हे हमेशा वो सारे चीज़े करनी पड़ती जिससे उन्हे अपने आपको फिट रख सके और इसी के लिए उन्हे मिलियन मे पैसे दिए जाते है। लेकिन खेल के मैदान मे आपके साथ कुछ भी हो सकता है। खेल की लय मे aap अपने आप को खो देते है और टीम के हित के लिए आप अपने आप को भी झोक देते है। जिस कारण से खिलाडियों को काफी गंभीर चोटे भी आई है, कुछ खिलाडी ऐसे है जो चोट के बाद वापस खेल नही पाए और unhउन्हे अपने करियर को वही समाप्त करना पड़ा, लेकिन कुछ ऐसे खिलाडी है जिन्होंने हर एक ऐसी चुनोतियों को पार कर, गंभीर चोट से वापसी की है। आज हम ऐसे ही कुछ खिलाडियों के बारे हम आपको बताने जा रहे है।
1. डेविड बेकहम
हमारी लिस्ट मे डेविड बेकहम का नाम होना बहुत ही विशाल कारण मे से एक है, क्यूँकि इंग्लैंड के कप्तान रहे बेकहम कभी ज्यादा चोटिल नही रहे है। वे मैनचेस्टर यूनाइटेड और इंग्लैंड के अब तक के सबसे महान फारवर्ड, बेकहम को 2002 के विश्व कप सेमीफाइनल में चमत्कारी आखिरी मिनट में फ्री-किक से अपनी टीम का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है, तब से उनका रियल मैड्रिड जैसे क्लबों के लिए खेलते हुए एक बेहद शानदार करियर रहा है। एसी मिलान की टीम मे मुख्य भुमिका और एक सेट-पीस विशेषज्ञ और एक बुद्धिमान मिडफ़ील्ड खिलाडी माना जाता है ।
जब फिटनेस की बात आती थी तो बेकहम हमेशा से टॉप नंबर पर आते थे, लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान के बारे में एक कम ज्ञात तथ्य एक है कि वह अस्थमा से पीड़ित हैं। 2009 में, बेकहम को एलए गैलेक्सी के साथ अपने खेल के समय दौरान एमएलएस कप फाइनल में रियल साल्ट लेक के खिलाफ इनहेलर का उपयोग करते हुए देखा गया था। उनके जानकार साइमन ओलिवेरा ने इस बात की पुष्टि की बेकहम को बचपन से ही अस्थमा है, लेकिन कभी भी उन्होंने अपने इस बीमारी को खेल के बीच आने नही दिया। ये उनकी सबसे बड़ी खासियत रही है।
2. पॉल स्कोल्स
हमारी दुसरी सूची मे एक और बड़े खिलाडी पॉल स्कोल्स जिन्होंने अपनी ज़िंदगी मे 11 प्रीमियर लीग टाइटल, 3 एफए कप, 2 लीग कप और 2 चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की है, इससे बड़ा एक खिलाडी क्या ही चाहेंगा, वर्ल्ड कप के उस ताज को छोड़ उन्होंने बाकी सारी चीज़े हासिल की है। जिस कारण से उन्हे एक महान मिड फील्डर की श्रेणि मे रखा जाता है।
मैनचेस्टर यूनाइटेड के इस दिग्गज खिलाडी ने लगभग दो दशकों तक खेला है, यूनाइटेड के लिए 700 से अधिक खेलों में भाग लिया है और 150 से अधिक गोल किए हैं। हालाँकि, सबसे बड़ा आश्चर्य यह तथ्य है कि उन्होंने अपने करियर का एक हिस्सा एक बुरी आँख के साथ खेला। उन्होंने कहा कि कभी कभार मुझे बाल जब मेरे पास आती थी तो ऐसा लगता कि चार गेंद मेरी पास आ रही है।
कही डॉक्टर के संचार के बाद स्कोल्स को एक ब्लॉकड नस का पता चला था, जिसके कारण उनकी दाहिनी आंख में आंतरिक रक्तस्राव हुआ था। उनकी एक सर्जरी हुई जिसमें आंख की नसों की जटिलता के कारण दस से अधिक सत्रों की आवश्यकता पड़ी। लेकिन 2006 मे अपनी सर्जरी के बाद उन्होंने एक कमाल का सीजन खेला जो सबसे यादगार रहा और उन्होंने अपने उस खेल के दौरान अपने चरम मे होने की बात कही थी।
3. डेविड डी गेया
स्पेन से सबसे बेहतरीन गोलकीपर रहे डेविड डी गेया ने भी विशेष बीमारी से जुज रहे है। गोलकीपर के रूप में स्पैनियार्ड का कौशल उत्कृष्ट है। वह जिस तरह की सजगता और जागरूकता दिखाते हैं, वह एक ऐसा कारक है जिसने उन्हें एक गोलकीपर के रूप में विकसित होने में मदद की है।उनके नेतृत्व गुण उन्हें उनकी विशेष पीढ़ी के सबसे प्रभावशाली गोलकीपरों में से एक बनाते हैं। हालाँकि, एक अजीब तथ्य यह है कि डी गेया में मायोपिया नामक बीमारी के साथ ये सभी गुण मौजूद थे। उन्होंने लगभग पूरी जिंदगी चश्मा पहनना पड़ा।
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मैनचेस्टर युनाइटेड में उनकी शुरुआत वैसी नहीं रही जैसी हम उम्मीद करते थे, क्योंकि उन्होंने लगातार त्रुटियों के साथ प्रदर्शन करना जारी रखा। मैनचेस्टर यूनाइटेड ऑप्टोमेट्रिस्ट द्वारा किए गए आगे के परीक्षणों के बाद, यह साबित हुआ कि डी गेया को दृष्टि संबंधी समस्याएं थीं।सर एलेक्स फर्ग्यूसन कोई जोखिम नहीं लेना चाहते थे और उन्होंने 2012 की गर्मियों में स्पेनिश गोलकीपर को लेजर सर्जरी के लिए बुक किया था। तब से, डी गेया केवल बेहतर हो गए हैं और उन्होंने दुनिया के महानतम गोलकीपरों में से एक के रूप में अपनी विरासत को मजबूत किया है।
4. पेट्र चेक
हम सभी को 2006 का प्रसिद्ध चेल्सी बनाम रीडिंग मैच याद है, जिसमें पहले ही मिनट में चेक रीडिंग के स्टीफन हंट से टकरा गया था। वो टकराव इतना खतरनाक था, की उसे टीवी पर दिखाया नही गया। एक आकर चेक को तीसरी डिग्री की स्कल के फ्रैक्चर का पता चला था, और डॉक्टर कह रहे थे कि इससे उसका करियर समय से पहले ख़त्म हो सकता है। साथ ही डॉक्टरों ने इस चोट को उनकी जिंदगी के लिए काफी खतरा बताया है। कई लोगों ने सोचा कि यह चेल्सी के गोलकीपर का अंत था।
कुछ ही महीनो मे बेहद सफल सर्जरी के साथ, चेक चार महीने बाद वापस लौटा और प्रसिद्ध रग्बी-शैली हेड गार्ड लगाकर चेल्सी के लिए खेलना शुरू कर दिया, जिससे वह दुनिया में सबसे अधिक पहचाने जाने वाले खिलाड़ियों में से एक बन गया। उसकी खोपड़ी का फ्रैक्चर ठीक हो गया था, लेकिन कुछ फ्रैक्चर हुए थे सतह को नुकसान, यही कारण है कि चेक अभी भी हेलमेट पहनते है।
5. एडगर डेविड्स
जुवेंटस के दिग्गज खिलाड़ी एडगर डेविड्स को खेलते समय लगभग हर समय चश्मा पहने देखा जाता था। यह ग्लूकोमा नामक एक चिकित्सीय स्थिति के कारण था, जहां आनुवंशिक या अन्य कारणों से आंख की ऑप्टिक तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो जाती है, जिससे दृष्टि सीमित हो जाती है। इस स्थिति का कोई विशेष इलाज नहीं है और इसे केवल नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नही हारी और एक चस्मे के बदोलत खेलना जारी रखा, jo आज भी एक अच्छे फुटबॉल खिलाडी के तौर पर जाने जाते है।