शिक्षा खंड संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले राजकीय माध्यमिक पाठशाला मण्डवाच के 2 विद्यार्थियों का
चयन अंडर-19 राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता के लिए हुआ है। अंडर-19 छात्र वर्ग में गिरिपार के सुमित शर्मा तो
अंडर-19 छात्रा वर्ग में कृतिका अब हिमाचल का प्रतिनिधित्व करेंगी। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए दोनों
विद्यार्थियों के चयन पर क्षेत्र में खुशी का माहौल है। कृतिका जिला स्तरीय कबड्डी खेल प्रतियोगिता में बेस्ट प्लेयर
भी चुनी गई। वहीं स्कूल प्रधानाचार्य सतीश शर्मा सहित सभी शिक्षकों ने बच्चों की इस शानदार उपलब्धि पर
उनके माता-पिता को बधाई दी है।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के इस स्कूल में न तो कोई डीपी तैनात है
और न ही कोई पीटीआई। बावजूद इसके विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। स्कूल में खेल का भी
एक छोटा सा मैदान है, जहां यदि बारिश आ जाए तो दो दिनों तक खेल पाना मुश्किल है। लेकिन इन
सभी चुनौतियों को पार कर स्कूल के शिक्षकों व विद्यार्थियों ने यह साबित कर दिया है कि मन में कुछ
करने की ठान लो तो कोई भी मुसीबत आपका रास्ता नहीं रोक सकती। सफलता का श्रेय स्कूल के उन
शिक्षकों को जाता है, जिन्होंने बच्चों को पीटीआई व डीपी न होने की कमी नहीं खलने दी। शिक्षकों ने बच्चों
के हुनर को बखूबी परखा और इसे तराशने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। शिक्षकों ने बच्चों की पढ़ाई पर
भी असर नहीं पड़ने दिया और एक्स्ट्रा टाइम में आकर बच्चों को अलग-अलग खेलों को जमकर तैयारी करवाई।
गिरिपार के स्कूल में कोई डीपी और पीटीआई टीचर मौजूद नहीं –
स्कूल के प्रधानाचार्य सतीश शर्मा ने बताया कि स्कूल में कोई डीपी और पीटीआई टीचर मौजूद नहीं है,
दोनों पद काफी लंबे समय से खाली पड़े हुए हैं। इसके अलावा मेडिकल व नॉन मेडिकल दोनों संकाय के
पद भी खाली चल रहे है। सिमित सुविधाओं में भी स्टाफ के सभी शिक्षकों ने बच्चों को खेलों की तैयारी
करवाई जिसका नतीजा आज सभी के सामने है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि तैयारी करवा रहे शिक्षक सुबह 8 बजे मैदान में पहुंच जाते थे
और शाम को भी तकरीबन 7 बजे तक मैदान में बच्चों के साथ तैयारी में जुटे होते थे। इसी का नतीजा है कि
पहले खंड स्तरीय फिर जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में स्कूल का शानदार प्रदर्शन रहा।
अब हिमाचल का प्रतिनिधित्व भी स्कूल के 2 बच्चे करेंगे। प्रधानाचार्य ने कहा कि स्कूल के सभी शिक्षकों की
हमेशा से कोशिश यही रही है कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों की खेल की और भी रूचि बनाई जाए। उन्होंने
पूरे स्टाफ सहित दोनों विद्यार्थियों के माता-पिता को भी बधाई दी है।