राजस्थान के सिरोही में राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता में हॉकी का मैच खेलते समय गले पर हॉकी स्टिक की चोट लगने से एक महिला खिलाड़ी गम्भीर रूप से घायल हो गई. इसके तुरंत बाद खिलाड़ी को एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के ICU वार्ड में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उधर मैदान में बाकी खिलाड़ियों ने खेल का बहिष्कार करते हुए जमकर नारे बाजी की.
सिरोही में हॉकी खेल के दौरान खिलाड़ी को लगी चोट
जिला मुख्यालय पर अरविन्द पैवेलियन में चल रही ग्रामीण ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता में हॉकी के मैच के दौरान अरुणा नाम कि महिला खिलाड़ी के गले में हॉकी स्टिक की चोट लग गई थी. इसके बाद उसे 108 एम्बुलेंस की मदद से सिरोही अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. जहां उसे भर्ती कराया गया था. डॉक्टर की निगरानी में शुरू हुए इलाज के बाद थोड़ी ही देर में खिलाड़ी काफी आराम मिला था.
वहीं मैदान में छोटी खिलाड़ी की साथी खिलाड़ियों ने खेला का बहिष्कार किया था. और इसके बाद नारेबाजी शुरू कर दी थी. उनका कहना है कि अरुणा के साथ ही सेजल नाम कि खिलाड़ी के भी चोट लगी थी लेकिन फिर भी अंपायर ने ग्रीन या यलो कार्ड नहीं दिखाया जो कि नियमानुसार दिखाया जाना चाहिए था. हालांकि खिलाड़ियों को समझाने के लिए अधिकारी मैदान में भी आए लेकिन खिलाड़ी मैदान में खेलने के लिए फिर नहीं लौटी.
खिलाड़ियों ने अंपायर के खिलाफ रोष
खिलाड़ियों का अंपायर के प्रति काफी रोष दिखा था. खिलाड़ियों ने फिर मैदान में नहीं जाने की ठानी थी. अधिकारीयों ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की लेकिन फिर भी खिलाड़ी मानने को तैयार नहीं हुई. वहीं चोटिल हुई खिलाड़ी की हालत स्थिर बनी हुई है. अस्पताल में डॉक्टर खिलाड़ी का ध्यानपूर्वक इलाज कर रहे हैं. अंपायर के गलत रवैये के चलते खिलाड़ियों में काफी रोष आया था. खिलाड़ी वहीं धरने पर बैठी थी.