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झारखण्ड के सिमडेगा में हॉकी खिलाड़ियों का वर्चस्व काफी है. इसे हॉकी का गढ़ माना जाता है. उच्च स्तरीय टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों को तैयार किया जा रहा है. सिमडेगा द्वारा सभी पंचायतों में हॉकी की अलख जगाने की तैयारी की जा रही है. यह देश का पहला जिला है जो हॉकी को प्रसारित कर रहा है. राष्ट्रीय हॉकी महासंघ से सराहना भी मिल रही है. कभी पिछड़ा जिले होने के नाते यहाँ हॉकी को ज्यादा तवज्जू नहीं मिल रही थी. लेकिन इसके बाद सलीमा टेटे समेत चालीस से ज्यादा खिलाड़ी निकले हैं.
सिमडेगा में हॉकी खिलाड़ियों को मिल रही प्रोत्साहन
अब तक 94 पंचायतों में से 87 पंचायतों को शामिल करते हुए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया है. इस मिशन में 1900 से अधिक खिलाड़ियों को शामिल किया गया था. हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष ने कहा कि, ‘सिमडेगा में 94 पंचायतें हैं. हम तीन-चार पंचायतें को मिला रहे हैं. और इन पंचायतों की टीमों के ट्रायल टूर्नामेंट करा रहे हैं. इन पंचायतों में 22 टूर्नामेंट आयोजित किये जा चुके हैं. इन टूर्नामेंट्स में कई खिलाड़ियों ने भाग लिया था. बची हुई पंचायतों में भी जल्द से ज्यादा दो या उससे ज्यादा टूर्नामेंट आयोजित किए जाएंगे.
बता दें सिमडेगा से हॉकी के कई खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया है. इसके साथ ही महिला वर्ग ही नहीं पुरुष वर्ग में से भी कई खिलाड़ी इसके लिए आए है. उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व कर जिले का नाम रोशन किया है. यहां के निवासियों में हॉकी कूट-कूट कर भरी हुई है. लेकिन फिर भी अन्य कई इलाकों में हॉकी का रुझान कम हो रहा है.
इसके लिए हॉकी सिमडेगा छोटे बच्चों के लिए भी टूर्नामेंट आयोजित कर रहा है. जिससे पूरे जिले के युवा खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलने वाला है. वहीं आयोजनकर्ता मनोज ने कहा कि, ‘सिमडेगा में 94 पंचायतों में ही हॉकी का बिगुल बज चुका है. इसके साथ ही 3-4 पंचायतों को मिलाकर हॉकी की एक टीम बनाई जाएगी