बिहार के सहरसा में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर चार दिन के लिए यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया था. जिसकी शुरुआत संगीत और डांस प्रतियोगिता से हुई थी. जिसमें कई कलाकारों ने प्रस्तुति दी थी. इसके बाद खेल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था. जिसमें पहले दिन हॉकी का टूर्नामेंट खेला गया था. टूर्नामेंट में कई टीमों ने हिस्सा लिया था और शानदार प्रदर्शन किया था.
सहरसा में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर हुआ आयोजन
इस दौरान नारायण सिंह, राम कुमार सिंह, कॉलेज प्राचार्य अशोक कुमार सिंह और विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य के एस ओझा ने संयुक्त रूप से इसका उद्घाटन किया था. वहीं नेताजी सुभाष चन्द्र बोस विचार मंच के संयोजक मनीष कुमार के संचालन में संचालित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला पार्षद उपाध्यक्ष धीरेन्द्र यादव ने कहा कि, ‘हॉकी हमारी मिट्टी से जुड़ा खेल होता है. वर्तमान समय में इसका अच्छा विस्तार हो रहा है. जिसके और बढ़ावा देने के लिए ही इसका आयोजन किया जा रहा है. भारत में हॉकी का जादू मेजर ध्यानचंद के समय काफी था.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘जिला परिषद की अगली बैठक में हॉकी को बढ़ावा देने के लिए सरकार को एक प्रस्ताव सहरसा जिला परिषद की ओर से भेजा जाएगा. जिसमें प्राथमिक विद्यालयों में हॉकी को बढ़ावा देने के लिए इससे जुड़ी सभी सामग्रियां दी जाएगी. साथ ही हर स्तर पर खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलेगा. और नियमित प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएगी जिससे खिलाड़ियों को बढ़ावा मिल सके.’
वहीं विशिष्ट अतिथि के एस ओझा ने कहा कि, ‘राष्ट्रीय स्तर पर पूर्व के समय में हॉकी सबसे प्रचलित खेल था. ओलम्पिक में भारत कई बार हॉकी जीतकर आया है. और कई स्वर्ण पदक भी हासिल किए हैं. इस प्रतियोगिता का उद्देश्य यही है कि खिलाड़ियों में फिर से हॉकी को लेकर बढ़ावा मिल सके और वह देश का नाम रोशन कर सकें.’
वहीं हॉकी गुरु के नाम से मशहूर सुनील कुमार झा ने कहा कि, ‘हॉकी का आयोजन कराना बेहद ही शानदार और सराहनीय बात है. इससे खिलाड़ियों को मनोबल मिलेगा. और खिलाड़ी इस खेल में अपनी प्रतिभा निखार भी सकते हैं.’