Olympic Order : भारत के प्रमुख शूटर और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया है। यह सम्मान उन्हें ओलंपिक आंदोलन के प्रति उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए दिया गया। बिंद्रा, जिन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, भारतीय खेलों में एक प्रमुख प्रेरणा स्रोत रहे हैं।
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) द्वारा ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया गया। उन्हें “ओलंपिक आंदोलन में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं” के लिए सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया। उन्हें 10 अगस्त को पेरिस में होने वाले 142वें IOC सत्र में एक समारोह में इस सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
Olympic Order पाने वाले दूसरे भारतीय अभिनव: राष्ट्रीय गौरव का क्षण
ओलंपिक ऑर्डर की स्थापना 1975 में की गई थी और यह पुरस्कार ओलंपिक आंदोलन के प्रति उत्कृष्ट सेवाओं के लिए व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। इंदिरा गांधी के बाद, अभिनव बिंद्रा प्रतिष्ठित ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित होने वाले दूसरे भारतीय हैं। यह सम्मान खेल जगत में भारत के बढ़ते कद का प्रमाण है और राष्ट्र के लिए बहुत गर्व का क्षण है। 1983 में इंदिरा गांधी को ओलंपिक ऑर्डर सम्मान मिला था।
यह सम्मान समारोह खेलों के अंत में आयोजित किया जाता है। जिमनास्ट और पांच बार की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नादिया कोनर को दो बार इस सम्मान से सम्मानित किया गया।
अभिनव बिंद्रा का करियर
अभिनव बिंद्रा ने अपने करियर की शुरुआत बहुत ही कम उम्र में की थी और जल्द ही वे निशानेबाजी में भारत के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक बन गए। उन्होंने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, जिससे वे व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय बने। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार दिलाए।
अभिनव बिंद्रा का योगदान
अभिनव बिंद्रा ने अपने करियर के बाद भी खेलों के विकास के लिए अनगिनत प्रयास किए हैं। उन्होंने युवा खिलाड़ियों के लिए बिंद्रा स्पोर्ट्स फाउंडेशन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य खेल के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए जरूरी संसाधन और समर्थन प्रदान करना है। इसके अलावा, उन्होंने खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर भी विशेष ध्यान दिया है, जो उनकी व्यक्तिगत अनुभवों से प्रेरित है।
बिंद्रा की प्रेरणा
अभिनव बिंद्रा का जीवन और करियर नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है। उनकी दृढ़ता, समर्पण और उत्कृष्टता की भावना ने कई युवा खिलाड़ियों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया है। उनका मानना है कि खेलों में सफलता केवल शारीरिक कौशल पर निर्भर नहीं करती, बल्कि मानसिक शक्ति और अनुशासन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अभिनव बिंद्रा का भविष्य खेल जगत में और भी महत्वपूर्ण योगदान देने का है। वे खेल प्रशासन में भी सक्रिय हैं और विभिन्न खेल संगठनों में सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनकी यह यात्रा केवल एक खिलाड़ी के रूप में नहीं, बल्कि खेलों के एक संरक्षक और मार्गदर्शक के रूप में भी जारी रहेगी।
Olympic Order अवार्ड का महत्व
IOC का ओलंपिक ऑर्डर खेल जगत में सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने ओलंपिक आंदोलन के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। अभिनव बिंद्रा का यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों का सम्मान है, बल्कि यह उनके उन प्रयासों की भी सराहना है जो उन्होंने खेलों के विकास और प्रचार-प्रसार के लिए किए हैं।
निष्कर्ष
अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर (Olympic Order ) से सम्मानित किया जाना न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों की पहचान है, बल्कि यह भारतीय खेलों के विकास और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनकी प्रतिष्ठा का भी प्रमाण है। उनकी यह सफलता और योगदान आने वाले समय में और भी कई युवा खिलाड़ियों को अपने सपनों की ऊंचाईयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगा।
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