प्रधानमंत्री की नई पहल के तहत सभी सांसदों को निर्देश दिए गए है कि वह अपने संसदीय क्षेत्र में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन कर युवाओं को इस मुहीम से जोड़े. इस मुहीम का उद्देश्य युवाओं को खेल के प्रति जागृत करना और उनमें शारीरिक विकास के साथ मानसिक स्थिति का भी विकास करना है. इसके लिए इस मुहीम को पीएम के द्वारा शुरू किया गया है. ऐसे में मध्यप्रदेश के खंडवा में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने भी इसके लिए अपने क्षेत्र में मुहीम शुरू की है.
खंडवा में सांसद खेल महोत्सव का होगा आयोजन
लेकिन जब खंडवा के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल से पूछा गया कि अपने देश का राष्ट्रीय खेल कौनसा है तब वो इसका जवाब नहीं दे पाए थे. उन्होंने गलत जवाब देते हुए भारत का राष्ट्रीय खेल कबड्डी बता दिया था. लेकिन पास में खड़े सहयोगी ने जवाब को सही कराते हुए हॉकी बताया तब जाकर उन्हें इसका भान हुआ और उन्होंने हॉकी को राष्ट्रीय खेल बताया.
वहीं उन्होंने अपने जवाब की सफाई में कहा दिया कि, ‘कभी राष्ट्रीय खेल हॉकी हुआ करता था लेकिन अब कबड्डी और क्रिकेट जैसे खेल बहुत प्रमुख है. बता दें यह वाकया एक प्रेस कांफ्रेंस का है जहां खंडवा के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल मीडिया से रूबरू हो रहे थे. वहीं इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बताया कि पांच जनवरी से इस सांसद खेल महोत्सव का आयोजन होने वाला है. जो पूरे संसदीय क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर आयोजित होगा.’
वहीं उन्होंने आगे बताया कि, ‘इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खंडवा में ही खेला जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने क्षेत्रों में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन करें ताकि युवाओं का बौद्धिक और शारीरिक विकास हो सके.’
वहीं उनसे जब कहा गया कि आपके क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार में युवाओं और खासकर के खिलाड़ियों का पूरा ध्यान रखा गया है और आगे भी रखा जाएगा.
