रूस के शतरंज संघ ने आधिकारिक तोर पर एशिया के लिए अपना ऐतिहासिक स्विच पूरा कर
लिया है ,वही यूरोपीय शतरंज संघ द्वारा इसे गेम के लिए “शर्मनाक दिन” कहा गया गया है |
एशियाई शतरंज महासंघ ने औपचारिक रूप से मंगलवार को अबू धाबी में अपनी महासभा की
बैठक में CFR को अपने रैंक में अपनाया | इससे CFR और ECU के बीच विवाद का एक साल
समाप्त हो गया है क्यूंकि शतरंज की दुनिया में उथल-पुथल हो गई थी जब रूस ने यूक्रेन पर
आक्रमण किया था | ECU और CFR एक दूसरे के साथ झगड़े में है जब से ECU यूक्रेन
शतरंज संघ और दूसरी यूरोपीय संघों के मजबूत दबाव में रूस के कार्यों की निंदा करके
आक्रमण का जवाब दिया था |
पिछले साल किया गया था रूसी संघ को निलंबित
3 मार्च को पिछले साल बोर्ड की एक असाधारण बैठक के बाद ECU ने अपने बेलारूसी समकक्ष के साथ रूसी संघ को निलंबित कर दिया था, इसी बीच CFR के अध्यक्ष एंड्री फिलाटोव ने स्पष्ट कर दिया कि वो रूस छोड़ने का इरादा रखते है | अब मंगलवार को फिलाटोव ने कहा “ आज एक ऐतिहासिक इवेंट है क्यूंकि पहली बार शतरंज महासंघ , दुनिए में सबसे मजबूत में से एक दूसरे महाद्वीप में चला गया है , हम ACF कॉन्टिनेंटल असेंबली के प्रतिनिधियों के आभारी है की उन्होंने बहुमत से ACF में हमारे परिवर्तन का समर्थन किया |
फिलाटोव ने बयान में कही ये बात
उन्होंने आगे ये भी कहा “ मैं आगे उपयोगी सहयोग , महाद्वीपीय चैंपियनशिप में रूसी टीमों की भागीदारी और रूस के क्षेत्र में एशियाई प्रतियोगिताओं के आयोजन की आशा करता हूं , जिसने कई बार उच्चतम स्तर के टूर्नामेंट सफलतापूर्वक आयोजित किए है और इसके लिए उनके पास सभी बुनियादी स्ट्रक्चर है” | कुछ रेपोर्टों के मुताबिक 29 प्रतिनिधियों ने संकल्प के लिए मतदान दिया , एक के खिलाफ छह अलग रहे | ये स्पष्ट नहीं है की महासंघ ने खिलाफ में मतदान किया था , लेकिन इस निर्णय का निस्संदेह रूसी खिलाड़ियों पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा जो अब ECU इवेंट्स में खेलने के लिए योग्य नहीं होंगे |