भारत में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
मेजर ध्यानचंद की जयंती पर इस दिवस का आयोजन किया जाता है. साल 2012 में इस दिवस को शामिल किया गया था.
राष्ट्रीय खेल दिवस
इस दिन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को राष्ट्रपति भवान में
भारत के राष्ट्रपति खेलों में विशेष योगदान देने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित करते हैं.
जिसमें मेजर ध्यानचंद पुरुस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार आदि दिए जाते है.
इस अवसर पर खिलाड़ियों के साथ-साथ उनकी प्रतिभा निखारने वाले कोचों को भी सम्मानित किया जाता है.
इसके अलावा लगभग सभी भारतीय स्कूल और शिक्षण संस्थान राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन अपना वार्षिक खेल समारोह आयोजित करते है.
पंजाब और चंडीगढ़ में यह दिन बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.
बतका दें मेजर ध्यानचंद को भारतीय हॉकी का जंक और हॉकी का जादूगर भी माना जाता है.
हॉकी के इस दिग्गज खिलाड़ी का करियर 1926 से लेकर 1948 तक चला.
मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर
जिसमें उन्होंने भारत के लिए 185 मैचों का प्रतिनिधित्व किया था.
उन्हें द मैजिशियन और हॉकी के जादूगर के नाम से भी जानते है.
उनके नेतृत्व में टीम ने लगातार तीन ओलिंपिक में स्वर्ण पदक हासिल किया है.
वह हॉकी के खेल में इतने दिग्गज खिलाड़ी थे कि उनकी प्रशंसा जर्मन के तानाशाह हिटलर ने भी की थी.
यहाँ तक की हिटलर ने उन्हें पैसों का ऑफर देकर जर्मनी की तरफ से खेलने का भी पैगाम दिया था पर उन्होंने ठुकरा दिया.
ध्यानचंद ने भारतीय हॉकी को नई बुलंदियों पर पहुंचाया है.
रेजिमेंटल करियर के साथ हॉकी की शुरुआत करने वाले ध्यानचंद ने भारतीय हॉकी को नित नए आयामों पर पहुंचाया है.
मेजर ध्यानचंद पुरस्कार भारतीय खेलों में सर्वोच्च पुरस्कार है. जिसे राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर दिया जाता है.
अब तक क्रिकेट में इस पुरूस्कार को सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा को प्रदान किया जा चुका है.