भारतीय महीन हॉकी टीम की मिडफील्डर सोनिका ने कई
अहम मैचों में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है.
उन्होंने स्पेन, नीदरलैंड में एफआईएच महिला हॉकी विश्वकप और बर्मिंघम में
राष्ट्रमंडल खेलों में भी शानदार भूमिका निभाई थी. साल 2020 में उन्होंने व्यक्तिगत कारणों के चलते हॉकी
से ब्रेक लिया था जिसके बाद उन्होंने फिर से वापसी की थी.
और देश के लिए अपनी टीम के लिए शानदार खेल का प्रदर्शन किया.
सोनिका ने किया शानदार प्रदर्शन
अपने शानदार प्रदर्शन के चलते ही सोनिका ने एफआईएच महिला हॉकी विश्वकप
में भारतीय टीम में जगह बनाई जहां उन्होंने लगातार छह खेलों में टीम का साथ दिया था.
वहीं राष्ट्रमंडल खेलों में मिडफील्डर की अहम भूमिका निभाकर बर्मिंघम गेम्स
में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा भी रहीं.
एक प्रेस वार्ता में सोनिका ने अपने अनुभवों को साझा किया
और बताया कि लम्बे अंतराल के बाद हॉकी में वापसी और
फिर प्रमुख टूर्नामेंट में पहली बार प्रतिस्पर्धा करना मेरे लिए बेहद
सकारात्मक अनुभव था. मुझे हमेशा टीम में विश्वास था और मुझे पता था
कि हमारे पास अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है.
लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर इस मैचों में प्रतिस्पर्धा करने से मेरे सामने
हर चुनौती का सामना करने का आत्मविश्वास बढ़ा है.
एशियाई खेलों में रहेगा ख़ास प्रदर्शन
पिछले कुछ सालों में हॉकी में जिस तरीके से तरक्की देखने को मिली है
उस पर उन्होंने कहा कि हम स्ट्राइक करने में ज्यादा पावरफुल हो गए है.
उन्होंने आगे कहा कि महिला हॉकी टीम ने प्सिहले कुछ सालों में बहुत सुधार्किया है
जिसको लेकर मुझे टीम पर बहुत गर्व है और ख़ुशी भी बात भी है.
मिडफील्डर ने टीम में वापसी के बाद फिर रहने में मदद करने
के लिए मुख्य कोच जेनेके शोपमैन की भी प्रशंसा की.
सोनिका ने आगे कहा कि मेरा फोकस अब आने वाले एशियाई खेलों में होगा.
जहां मुझे टीम और देश को विजयी बनाना है. मैं आगामी प्रतियोगिता और उससे सीखने के लिए उत्सुक हूँ.
हमारा लक्ष्य एशियाई खेलों में पोडियम फिनिश सुनिश्चित करना और ओलिंपिक योग्यता सुनिश्चित करना है.