रॉबर्ट का कहना बेन को लड़ने की इज़्ज़ाज़त नही देनी चाहिए, कॉनॉर बेन दिसंबर मे अपना मुकाबला करने जा रहे है। जहाँ की उन्हे इससे पहले युबंक के खिलाफ खेले जाने से एक दिन पहले ड्रग मामले मे पॉजिटिव पाए गए थे। जिसके बाद उन्हें लड़ने से मना कर दिया था।BBC ने उनके उपर कारवाही की लगभग एक साल उन्हे फाइट से दूर रहना पड़ा है। उनके पहले लिए गए संप्ल मे पॉजिटिव पाए गए लेकिन दूसरे मे नेगेटिव पाए गए थे। जिसके बाद उन्हे ब्रिटेन मे लड़ने की अनुमति नही दी गई।
बेन की हो सकती है बड़ी शुरुआत
जोस ज़ेपेडा के साथ रिचर्डसन हिचिन्स के सह-मुख्य कार्यक्रम के रूप में फ्लोरिडा के ऑरलैंडो में कैरिब रोयाल में बेन का सामना मैक्सिकन रोडोल्फो ‘सिनालोइटा’ ओरोज्को से होगा। मुकाबला सुपर-वेल्टरवेट में होता है, ब्रिटेन में लड़ने के लाइसेंस के साथ बहाल होने के बाद भी ब्रिटेन यूबैंक जूनियर के खिलाफ 160 पाउंड की लड़ाई के लिए बातचीत कर रहा है।
हर्न ने कहा, कॉनर बेन वापस आ गए है और मैं उन्हे वहीं से शुरू करने का इंतजार कर रहा हूं जहां से उसने छोड़ा था। वह अब सीधे एक बड़ी लड़ाई के लिए तैयार है, लेकिन उसके प्रशिक्षक टोनी सिम्स उसे रोडोल्फो ओरोज़्को में एक गेम प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जल्दी वापस लाने में प्रसन्न होंगे। कॉनर जिम में अविश्वसनीय लग रहा है और मैं उसे रिंग में वापस देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता, जहां वह फ्लोरिडा में एक शानदार फाइट कार्ड है।
पढ़े : हेवीवेट के बीच एक और कड़क मुकाबला
बेन को लड़ने का मौका नही दिया जाना चाहिए
ब्रिटिश बॉक्सिंग बोर्ड ऑफ कंट्रोल के महासचिव रॉबर्ट स्मिथ इस बात पर कायम हैं कि वेल्टरवेट दावेदार कॉनर बेन ने अपना नाम साफ़ नहीं किया है और उन्हें इस आगामी हफ्ते के अंत में नहीं लड़ना चाहिए। जुलाई में, नेशनल एंटी-डोपिंग ने बेन का निलंबन हटा दिया था। पैनल मे यह घोषणा की गई थी कि फ्लोरिडा में आयोजित मैचरूम कार्ड के हिस्से के रूप में बेन शनिवार रात को रिंग में वापसी करेंगे। बेन के प्रमोटर, मैचरूम के एडी हर्न का कहना है कि उनके बॉक्सर को बरी कर दिया गया है। लेकिन स्मिथ ने इस बात से मना कर दिया है।
उन्होंने अपना नाम साफ़ नहीं किया है, कई मुद्दे अभी भी निलंबित हैं जिनके बारे में हर कोई जानता है। हमने निर्णय के विरुद्ध अपील करने का निर्णय लिया है और एक बार अपील हो जाने पर हम वहां से इस पर विचार करेंगे।हमारे अनुसार हमारे पास इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं है कि सकारात्मक परीक्षण कैसे आया, इसलिए मैं इस मामले में एडी से बिल्कुल सहमत नहीं हूं।