इन दिनों प्रो कबड्डी लीग का खुमार लोगों के दिलों में बढ़-चढ़कर बोल रहा है. पहले लोग सिर्फ मनोरंजन के लिए गांवों में कबड्डी के खेल को खेला जाता था. लेकिन अब यह राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी खेला जाने लगा है. और इस खेल को अब लोग प्रोफेशनल तौर पर भी खेलने लगे हैं. वहीं प्रो कबड्डी लीग ने अब कबड्डी का खेल घर-घर में फेमस करा दिया है.
कबड्डी से फेमस हुए पवन सहरावत
कबड्डी के प्रसार के बारे में बात करते हुए विवो प्रो कबड्डी लीग के लीग कमिश्नर, स्पोर्ट्स लीग के हेड अनुपन गोस्वामी ने कहा कि, ‘स्पोर्ट्स इकोसिस्टम में विभिन्न भाग होते हैं जो एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं. किसी भी लीग के चार स्तर होते है जिसमें से ब्रॉडकास्टिंग एक प्रमुख स्तर होता है. जिसमें यह खेल और खिलाड़ी अपने फैन्स और दर्शकों से रूबरू होते हैं.’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘इंटरनेशनल पर ही नहीं अब हर शहर और गांव-गांव में सिर्फ शौकिया तौर पर ही नहीं बल्कि स्पोर्ट्स के रूप में इस खेल को बढ़ावा मिल रहा है. और तरह-तरह के टूर्नामेंट्स आयोजित हो रहे है जिनके चलते कबड्डी के खेल में भी नई प्रतिभाएं उभर कर सामने आ रही है.’
वहीं जब कबड्डी के प्रसार के बारे में दिग्गज खिलाड़ी पवन सहरावत से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि, ‘लोग अब कबड्डी को जानने लगे हैं. और घर-घर में इसका प्रसार हुआ है.’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘पहले यह खेल सिर्फ गांव के किसी हिस्से में मिटटी पर खेले जाने वाला खेल था जो शहरों में इतना लोकप्रिय नहीं था. लेकिन प्रो कबड्डी लीग के आने से कबडड का विस्तार हुआ है. साथ ही इस लीग से खिलाड़ियों को पहचान मिली है. और उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आया है.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘कबड्डी से ना केवल आर्थिक बल्कि शारीरिक और मानसिक विकास भी हुआ है. प्रो कबड्डी लीग में हर खिलाड़ी का ध्येय यही रहता है कि वह अपना अच्छे से अच्छा प्रदर्शन करें और अपनी टीम को शीर्ष पर पहुंचाएं. कबड्डी खेलन अब पेशा बन गया है और जब मैं कहता हूं कि मैं प्रो कबड्डी लीग में खेलता हूँ तो मुझे गर्व होता है.’