पंजाब किंग्स vs राजस्थान रॉयल्स: रोमांचक मुकाबले में कौन होगा विजेता?
पंजाब किंग्स ने इस आईपीएल में कुछ करीबी मुकाबले खेले, लेकिन वे मैचों को जीतने में नाकाम रहे। जैसा कि कहा जाता है, “आप करीब तो गए, लेकिन आप मैच जीत नहीं पाए,” यही कहानी उनकी इस आईपीएल में रही है।
लेकिन कुछ सकारात्मक पहलू भी रहे हैं। शशांक सिंह, आशुतोष शर्मा जैसे कुछ खिलाड़ी और प्रभु सिमरन जैसे उभरते हुए खिलाड़ी हैं। अब पंजाब के हाथों में यह ज़िम्मेदारी है कि वे अपना टूर्नामेंट अच्छे तरीके से खत्म करें।
वे अपना आखिरी मैच राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ असम के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेलेंगे। यह दोनों टीमों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मैच होगा। पंजाब अपना आखिरी मैच जीतकर हाई पर फिनिश करना चाहेगा और राजस्थान का खेल बिगाड़ना चाहेगा। वहीं दूसरी ओर, राजस्थान पर थोड़ा दबाव होगा क्योंकि यहां पर हार का मतलब है कि वे शायद टॉप टू में फिनिश नहीं कर पाएंगे।
क्योंकि अगर अगला मैच चेन्नई जीत जाती है तो वह अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगी और यह राजस्थान के लिए बहुत ही दिल तोड़ने वाली बात होगी क्योंकि एक समय ऐसा लग रहा था कि वे अंक तालिका में पहले स्थान पर फिनिश करेंगे। लेकिन अब उन्होंने अपने लगातार पिछले तीन मैच हार दिए हैं और ऐसे में उनकी बल्लेबाजी भी कमजोर हुई है।
क्योंकि हम शायद जोस बटलर को बुधवार की शाम खेलते हुए नहीं देखेंगे। तो एक तरीके से काफी दबाव होगा दोनों टीमों पर, लेकिन राजस्थान पर दबाव कुछ ज्यादा होगा। जिस तरह से उन्होंने अपने पिछले मैच में पावर प्ले में सिर्फ 42 रन बनाए थे बिना कोई विकेट खोए, तो एक तरीके से राजस्थान के बल्लेबाजों का जो माइंडसेट है वह काफी बदल चुका है और यह एक अच्छी खबर नहीं है टीम के लिए।
वहीं दूसरी ओर, पंजाब भले ही गेम हारती रही है, लेकिन उन्होंने अपना खेलने का तरीका नहीं बदला है। वे बहुत काबिल टीम हैं इस नजरिए से कि अगर वे 240 का पीछा भी कर रहे हैं, तो पंजाब ऐसी टीम है जो खुद को बैक करेगी कि वह इन दोनों का पीछा आसानी से कर सकते हैं।
दबाव में राजस्थान, बेखौफ पंजाब: बरसापारा में होगा रोमांचक मुकाबला
वहीं पर राजस्थान थोड़ा दबाव की स्थिति में इसलिए है क्योंकि वह अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों को लेकर जूझ रहा है। आज के दिन युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल और युवेंद्र चहल से बहुत उम्मीदें होंगी। एक तरीके से इन दोनों के कंधों पर एक बहुत बड़ा भार होगा क्योंकि जोस बटलर की जगह खेलने वाले नए ओपनर से ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती।
हां, राजस्थान की टीम से उम्मीदें इसलिए भी हैं क्योंकि उनके पिछले चार या पांच मैच बहुत खराब गए हैं। जीत यहां पर राजस्थान के लिए एक तरीके से जरूरी ही है क्योंकि जब एक जीतने वाली टीम हार की पटरी पर आ जाती है तो उसकी वापसी करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
और इस टीम में लगातार गेंदबाजी में भी कमी दिख रही है। अवेश खान पिछले कुछ मैचों में रन दे रहे हैं। रविचंद्रन अश्विन ने कुछ मैचों में अच्छी गेंदबाजी की है, लेकिन उसके पहले वह भी रन बचाने के चक्कर में रन दे रहे थे। तो सब कुछ सकारात्मक नहीं है, लेकिन सब कुछ नकारात्मक भी नहीं है।
इन सबको देखकर तो ऐसा ही लगता है कि पंजाब के पास एक अच्छा मौका है। मंगलवार को दिल्ली ने लखनऊ को हराकर अपना टूर्नामेंट शानदार तरीके से खत्म किया, तो पंजाब जो पहले ही एलिमिनेट हो चुकी है, उसके ऊपर कोई दबाव नहीं है। जब टीमों पर कोई दबाव नहीं होता है, तो वे शायद खुलकर बल्लेबाजी करती हैं और और भी खूंखार हो जाती हैं।
ऐसे में राजस्थान को सावधान रहना होगा क्योंकि पंजाब के पास हारने के लिए कुछ नहीं है, जबकि राजस्थान के पास अंक तालिका में अपना दूसरा स्थान बचाने का दबाव है। अगर वे यहां हार जाते हैं, तो उन्हें सीधे एलिमिनेटर खेलना होगा और वहां हारने पर टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे। इसलिए, इस मुकाबले में राजस्थान पर दबाव ज्यादा है। यह बात तो साफ है कि पंजाब को इसका पूरा फायदा मिल सकता है और वह राजस्थान को हरा भी सकती है।