पंजाब: लुधियाना के लालटन गाँव के सिंगला एन्क्लेव स्थित BCM आर्य स्कूल में 29 जनवरी , रविवार को पहला राजीव नैय्यर रैपिड शतरंज टूर्नामेंट आयोजित किया गया था | ये टूर्नामेंट राष्ट्रीय स्तर के शतरंज खिलाड़ी राजीव नय्यर की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित किया गया था जिनका 49 वर्ष की आयु में निधन हो गया था |टूर्नामेंट का आयोजन करने वाले राजीव नय्यर शतरंज संघ ही थे |
पोलियो से पीड़ित थे नय्यर
इस खास अवसर पर लुधियाना जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष और नय्यर के पूर्व छात्र अरविंदरप्रीत सिंह
ने कहा “ राजीव नय्यर पंजाब के सर्वश्रेष्ठ शतरंज खिलाड़ियों में से एक थे , उनकी फीडे रेटिंग 2255
की थी | साल 1993 में वो पंजाब राज्य शतरंज चैंपियन बने थे और तो और वो अपने समय में देश के
टॉप खिलाड़ियों में से एक थे जो नैशनल “A” लेवल पर पहुँचे थे , जिस पर पंजाब का कोई भी अन्य
प्लेयर नहीं पहुँच सका है | उन्होंने आगे ये भी बताया की “नय्यर पोलियो से पीड़ित थे इसलिए वो अपने
दम पर हिल भी नहीं सकते थे पर वो कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत थे |
कई खिलाड़ियों को दी कोचिंग
बता दे राजीव नय्यर ने कई शतरंज खिलाड़ियों को कोचिंग दी है , बीसीएम आर्य स्कूल की प्रिंसिपल
और राजीव नय्यर की बहन कृतिका सेठ ने कहा “ वो एक उत्साही शिक्षार्थी थे , वो ज्योतिष का भी
अध्ययन करते थे | जब शतरंज साहित्य ज्यादातर रूसी भाषा में ही उपलब्ध था जब वो शतरंज की
अच्छी किताबें पढ़ने के लिए रूसी भाषा भी सीखते थे , उन्होंने अपने दम पर ज्योतिष का अध्ययन
किया और उनकी भविष्यवाणियां सटीक भी होती थी , वो शतरंज के सबसे बेहतरीन कोचों में से भी
एक थे |
राज्य के पूर्व चैंपियन ने नय्यर के जीवन को बताया प्रेरणा
राज्य के पूर्व शतरंज चैंपियन विकास शर्मा ने भी उनके बारे में बात करते हुए कहा “ उनका जीवन हम
सभी के लिए प्रेरणा है , खासकर उन शतरंज खिलाड़ियों के लिए जो सफलता हासिल करना चाहते है |
बता दे इस टूर्नामेंट में उत्तर भारत के प्रमुख शतरंज खिलाड़ियों ने भाग लिया है | सभी प्लेयर्स को चार
ग्रुप में बांटा गया है – अंडर-10, अंडर-14, अंडर-17 और ओपन कैटेगरी , इस इवेंट की कुल पुरस्कार
राशि 80 हजार रुपये है |