प्रो कबड्डी लीग में जहां इस बार नीलामी में पैसा खिलाड़ियों पर जमकर बरसा है.
पवन सेहरावत उन खिलाड़ी में से हैं जिन्हें इस लीग में सबसे महंगे खिलाड़ी का खिताब मिला है.
लेकिन वहीं कुछ खिलाड़ी है जिनपर अन्य टीमों ने बिलकुल भी पैसा नहीं खर्चा है.
जितने में पवन सेहरावत बिके है उतने ही पैसों में लीग में एक टीम और बन सकती है
जानते है ऐसे खिलाड़ियों के बारे में.
बलदेव सिंह ऐसे ही खिलाड़ी हैं जिन्होंने बंगाल की टीम से खेलते हुए लीग का सातवाँ सीजन जीता था.
कबड्डी लीग में पवन के बराबर है इन 7 खिलाड़ियों की प्राइस
और उन्हें इस लीग में सिर्फ 21.5 लाख में खरीदा है. वह इस बार टीम गुजरात की तरफ से खेलते नजर आएंगे.
वहीं बात करें सुरजीत सिंह कि तो उन्हें तेलुगु की टीम ने 50 लाख रुपए में खरीदा था.
जबकि उन्होंने लीग में 300 से अधिक टैकल पॉइंट्स बनाए है. और वह शानदार प्रदर्शन करने में भी माहिर है.
वहीं बात करें गुजरात टीम के पूर्व कप्तान रोहित गुलिया कि तो उन्हें बेस प्राइस 30
लाख रुपए में खरीदा गया है. उनके ऑलराउंडर प्रदर्शन का हर कोई कायल है.
वह इतने कमाल के खिलाड़ी है कि मिनटों में ही खेल का पासा पलटने का माद्दा रखते है.
वहीं भैंसावल कि बात करें तो इस खिलाड़ी को गुजरात की तरफ से इन्हें 62 लाख का अनुबंध मिला है.
उन्होंने 101 मैच में 248 टैकल अंक भी हासिल किए हुए है.
जानिए उन सातों खिलाड़ियों की प्राइस
प्रो कबड्डी लीग में सिद्धार्थ की बात करें तो उन्हें सिर्फ 20 लाख रुपए में खरीदा गया है.
वह पिछले सीजन तेलुगु के कप्तान भी रह चुके हैं.
बंगाल वारियर्स ने अपने पूर्व डिफेंडर गिरीश को उनके बेस प्राइस 20 लाख में खरीदा है.
गिरीश ने अब तक 308 टैकल हासिल कर रखे है. इस साल उन्हें कोलकाता की टीम से खेलने का मौका मिलेगा.
इतने अनुभवी खिलाड़ियों के टोटल प्राइस को मिला दिया जाए तो 2.23 करोड़ रुपए ही होता है
जो अकेले पवन सेहरावत की कीमत से भी कम है. इन सात खिलाड़ियों
के प्राइस के बराबर अकेले पवन का अनुबंध है जो एक आश्चर्य की बात है.