बेंगलुरु में चल रहे प्रो कबड्डी लीग के नौवें सीजन में पहले तीन दिन शानदार मुकाबले देखने को मिले है. आने वाले दिनों में और भी कई शानदार मुकाबले देखने को मिलेंगे. वहीं खबरों कि माने तो प्रो कबड्डी लीग में तीन बड़े नियमों में बदलाव किए गए हैं. आइए जानते है उन संशोधित नियमों के बारे में.
PKL लीग के लॉबी रूल में हुआ बदलाव
सबसे पहले बात करें लॉबी रूल कि तो प्रो कबड्डी लीग में इस विवादित नियम को हटा दिया गया है. दरअसल इस रूल के मुताबिक़ अगर कोई बिना किसी डिफेंडर को टच किए रेडर लॉबी में चला जाता है और इसके बाद अगर कोई डिफेंडर भी लॉबी में चला जाता है तो रेडर और डिफेंडर दोनों को आउट माना जाता है. प्रो कबड्डी लीग के सीजन 8 में भी बेंगलुरु और बंगाल के मैच में यह देखने को मिला था. हालांकि अब इस नियम को खत्म कर दिया गया है और नए बदलाव के साथ नियम ये रहा है कि अगर कोई रेडर लॉबी में चला जाता है तो सिर्फ वही आउट माना जाएगा.
वहीं इसके बारे में प्रो कबड्डी लीग के टेक्निकल डायरेक्टर ई प्रसाद राव ने कहा कि, ‘ खेल भावना को देखते हुए लीग इस नियम को बदल दिया है. इस सीजन अगर रेडर बिना टैकल हुए लॉबी में जाता है तो सिर्फ उसे ही आउट माना जाएगा.’
बता दें हर मैच में एक टीम से साथ खिलाड़ी मैच का हिस्सा होते हैं और पांच खिलाड़ी को बतौर सब्सटीटयूट के तौर पर रिजर्व में टीम रखा जाता है. हालांकि 12 खिलाड़ियों को बढाकर अब 14 कर दिया गया है जिसका मतलब साफ़ है की अब टीम एक मैच के लिए 14 खिलाड़ियों का नाम दे सकती है.
अब टीम स्क्वाड में रख सकते हैं 14 खिलाड़ी
इसे लेकर बात करते हुए ई राव प्रसाद ने कहा कि, ‘मैचों की संख्या अब ज्यादा हो चुकी है सीजन भी लम्बा है और इंजरी को ध्यान में रखते हुए हमने इस इजन से मैच वाले दिन स्क्वाड में शामिल खिलाड़ियों को 12 से 14 करने का फैसला किया गया है.’
इसके अलावा एक और नियम में बदलाव किया गया है वो यह है कि प्रो कबड्डी लीग के एक मैच हर टीम पांच और हाफटाइम के समय भी सब्सीटीट्युशन कर सकती है. हालांकि अब इसकी संख्या में भी इजाफा कर दिया गया है और 9 वें सीजन में सभी टीमों को पूरे मैच के दौरन 7 सब्सीटीट्युशन करने का मौका मिलेगा.