भारत का विश्वकप में काफी बेकार प्रदर्शन रहा है. इसके चलते सभी की नजरें भारतीय टीम के प्रदर्शन पर है. इसी क्रम में भारतीय टीम के पूर्व कोच ओल्टमेंस ने भी भारतीय टीम के प्रदर्शन पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि, ‘भारत में कोई क्लब संस्कृति नहीं है यह निश्चित तौर पर टूर्नामेंट से बाहर होने का भी एक कारण है.
पूर्व कोच ओल्टमेंस ने दिया विश्वकप में मिली हार के बाद बयान
पूर्व कोच ने आगे कहा कि, ‘इसमें कोई शक नहीं कि ये भारतीय टीम के पास शानदार खिलाड़ है. लेकिन आपको यह जानने की जरूरत है कि खेल के किसी क्षण में क्या होना चाहिए. अगर अचानक आप 10 खिलाड़ियों के खिलाफ खेल रहे है तो क्या करना है यह भी समझना होगा.’ बता दें साल 2013 से लेकर 2015 तक कोच रहे थे अब वह नीदरलैंड के कोच हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे क्वार्टर में स्कोर 3-3 से बराबर था लेकिन बाद में न्यूजीलैंड ने पेनल्टी में भारत को हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई थी. भारतीय टीम इसका फायदा उठाने में सक्षम नहीं हुई है और पेनल्टी शूटआउट में मैच गंवा बैठी थी.
रियो ओलम्पिक में भारतीय टीम के मुख्य कोच रहें ओल्टमेंस ने कहा कि, ‘मैच खत्म होने से पहले भारत के पास पांच मिनट का समय था जब न्यूजीलैंड का एक खिलाड़ी मैदान से बाहर हुआ था. ऐसे में समय था भारत के पास कि वह मैच में वापसी करें लेकिन भारतीय टीम ऐसा नहीं कर पाई थी. आपको रणनीति खेल खेलने और योजनाओं क ठीक से लागू करने की जरूरत है.’
बता दें भारतीय टीम की करारी हार के बाद भारतीय टीम के मौजूद कोच ग्राहम रीड ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद भारतीय टीम में हलचल मची हुई है. सभी की नजरें भारतीय हॉकी टीम पर ही टिकी हुई है. बता दें इस विश्वकप में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी लाचार रहा है. वहीं साल 1975 में भारतीय टीम ने हॉकी विश्वकप अपने नाम किया था.
बता दें अब भारत के लिए नए कोच की चर्चा है इसमें सबसे पहले नाम भारत के पूर्व कोच हरेन्द्र सिंह का भी आ रहा है.