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प्रो कबड्डी लीग में नौ सीजन खत्म हो चुके हैं और अब दसवें सीजन की शुरुआत भी होने वाली है. आपको बता दें कि प्रो कबड्डी लीग के नौवें सीजन में तेलुगु की टीम अंक तालिका में अंतिम पायदान पर रही थी. इससे पहले वाले सीजन में भी यही टीम अंतिम स्थान में रही थी. उन्होंने 22 में से सिर्फ दो मैच जीते थे इसके साथ ही वह अंतिम स्थान में रहे थे.
अब तक अंतिम पायदान पर रहने वाली टीम
यह पहला मौका नहीं था जब तेलुगु की टीम प्रो कबड्डी लीग में आखिरी स्थान पर रही हो. इसके अलावा तमिल टीम ही सबसे ज्यादा तीन बार अंतिम पायदान पर रही है. वहीं पुनेरी पलटन और दबंग दिल्ली की टीम दो-दो बार जबकि हरियाणा और बंगाल की टीम एक-एक बार अंतिम स्थान पर रही हैं.
साथ ही आपको बताते चलें कि प्रो कबड्डी लीग के पांचवें और छठे सीजन में जोन सिस्टम था. हर जोन में 6-6 टीमें होती थी. इसी वजह से सीजन पांच और सीजन छह में दो टीमें अपने-अपने ग्रुप में अंतिम स्थान पर रही थी. जबकि प्रो कबड्डी लीग के पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, सातवें और आठवें सीजन में एक ही टीम आखिरी स्थान पर रही थी. बात करें प्रो कबड्डी लीग के पहले और दूसरे सीजन कि तो इसमें पुनेरी पलटन को सिर्फ दो जीत मिली थी. जिसकी वजह से टीम को आखिरी स्थान मिला था.
यह सीजन पुनेरी टीम के लिए काफी खराब रहा था. वहीं तीसरे सीजन में दबंग दिल्ली की टीम को सिर्फ एक जीत मिली थी जिसकी वजह से उन्हें अंतिम पायदान पर रहना पड़ा था. दूसरी ओर प्रो कबड्डी लीग के चौथे सीजन में बंगाल की टीम ने 14 मैचों में से सिर्फ तीन मैचों में ही जीत दर्ज की थी. जिसके चलते उन्हें अंतिम स्थान मिला था. वहीं प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सीजन में हरियाणा टीम को अंतिम स्थान से संतोष करना पड़ा था. हरियाणा टीम ने 22 मैचों में से सिर्फ छह में जीत दर्ज की थी. प्रो कबड्डी लीग के सीजन सात में तमिल की टीम सबसे अंतिम स्थान पर रही थी उन्हें इस सीजन में 15 हार का सामना करना पड़ा था.
वहीं सीजन आठ में तेलुगु की टीम अंतिम स्थान पर रही थी जिसमें उन्हें सिर्फ एक

 
                        
