प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के आगाज के बाद से ही कबड्डी का पूरा स्वरूप ही बदल गया।
2014 में पीकेएल का आगाज हुआ और इसके बाद इसमें पैसा और रोमांच दोनों आया। वर्ल्ड
क्लास कवरेज, बॉलीवुड और स्पोर्ट्स सेलिब्रिटी के पीकेएल के जुड़ने की वजह से कबड्डी की
पॉपुलैरिटी काफी बढ़ गई। टीवी पर कवरेज की वजह से ये घर-घर तक पहुंच गया और यही
वजह रही कि लोग इस गेम को काफी फॉलो करने लगे। पहले सीजन से लेकर अभी तक कई
दिग्गज खिलाड़ी पीकेएल का हिस्सा रहे हैं जिन्होंने काफी सफलता इस लीग में हासिल की।हम
आपको पीकेएल इतिहास की ऑल टाइम प्लेइंग 7 के बारे में बताते हैं।
पीकेएल इतिहास की ऑल टाइम प्लेइंग 7 –
परदीप नरवाल और मनिंदर सिंह
परदीप नरवाल और मनिंदर सिंह पीकेएल इतिहास के दो सबसे सफल रेडर हैं। प्रो कबड्डी
लीग के इतिहास में सबसे ज्यादा रेड प्वॉइंट्स हासिल करने का रिकॉर्ड “डुबकी किंग”
के नाम से मशहूर परदीप नरवाल के नाम दर्ज है। वो पीकेएल में 1000, 1100, 1200
और 1300 रेड प्वॉइंट हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उनके अलावा पीकेएल
इतिहास में किसी भी रेडर के 1000 रेड प्वॉइंट्स नहीं हैं। उन्होंने अभी तक 131 मैचों
में 1348 रेड प्वॉइंट हासिल किए हैं। वो इस टीम में लेफ्ट रेडर के तौर पर खेलेंगे। वहीं
मनिंदर सिंह की अगर बात करें तो उन्होंने अभी तक 101 मैचों में 993 प्वॉइंट हासिल
किए हैं और अगले सीजन 1000 प्वॉइंट्स का आंकड़ा भी हासिल कर सकते हैं। सातवें
सीजन में बंगाल वॉरियर्स को चैंपियन बनाने में उनका अहम योगदान था। मनिंदर सिंह
की खास बात ये है कि वो काफी लंबे-चौड़े कद के हैं और इसीलिए उन्हें टैकल करने के
लिए एक साथ कई डिफेंडर्स को आना पड़ता है और इससे उनके ज्यादा प्वॉइंट लाने के
आसार बढ़ जाते हैं। वो राइड रेडर की पोजिशन पर खेलेंगे।
दीपक हूडा, मंजीत छिल्लर और संदीप नरवाल –
भारतीय कबड्डी टीम की कप्तानी कर चुके दीपक हूडा काफी एक्सपीरियंस्ड प्लेयर हैं।
दीपक हूडा ने छठे और सातवें सीजन में सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर का खिताब जीता था।
तीसरे, चौथे और पांचवें सीजन में पुनेरी पलटन के वो सबसे सफल रेडर रहे। उनकी गिनती
लीग के बेस्ट ऑलराउंडर्स में होती है। उन्होंने अभी तक कुल मिलाकर 140 मैचों में 973
रेड प्वॉइंट हासिल किए हैं। एक ऑलराउंडर का रेडिंग में इतना जबरदस्त प्रदर्शन करना
दीपक हूडा की काबिलियत को दिखाता है।
पीकेएल के ऑल टाइम प्लेइंग सेवन की बात हो और उसमें मंजीत छिल्लर का नाम ना हो
ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता है। मंजीत छिल्लर वैसे तो एक ऑलराउंडर प्लेयर हैं लेकिन
उनका योगदान डिफेंस में काफी ज्यादा रहा है। पहले सीजन से ही खेल रहे मंजीत छिल्लर
ने अभी तक 132 मैचों में 391 टैकल प्वॉइंट हासिल किए हैं और वो लीग के सबसे सफल
डिफेंडर हैं। पहले सीजन में उन्होंने 122 प्वॉइंट हासिल किए थे। दूसरे सीजन में 107,
तीसरे सीजन में 106, चौथे सीजन में 68, पांचवें सीजन में 52, छठे सीजन में 67, सीजन
सात में 41 और आठवें सीजन में 52 प्वॉइंट हासिल किए। दूसरे सीजन में उन्हें मोस्ट
वैल्यूएबल प्लेयर भी चुना गया था। उनके नाम 225 रेड प्वॉइंट भी है। संदीप नरवाल
भी एक जबरदस्त ऑलराउंडर प्लेयर हैं। पीकेएल के इतिहास में उन्होंने अभी तक
149 मैचों में 348 टैकल प्वॉइंट हासिल किए हैं। वहीं उनके रेडिंग में भी 275 प्वॉइंट
हैं। लीग में रेडिंग और डिफेंस को मिलाकर 500 या उससे ज्यादा प्वॉइंट्स हासिल
करने वाले ऑलराउंडर्स की लिस्ट में संदीप नरवाल का भी नाम है।
ऑल टाइम प्लेइंग 7 –
रविंदर पहल और सुरजीत सिंह
डिफेंस की अगर बात करें तो इस ऑल टाइम सेवन में रविंदर पहल राइट कॉर्नर पर
खेलेंगे और सुरजीत सिंह राइट कवर का हिस्सा होंगे। 120 मैचों में 338 प्वाइंट्स के
साथ रविंदर पहल पीकेएल के इतिहास के चौथे सबसे ज्यादा सफल डिफेंडर हैं। अपने
करियर की शुरुआत में वह पुनेरी पलटन और बेंगलुरु बुल्स के लिए भी खेल चुके हैं। इसके
अलावा वो छठे और सातवें सीजन में दबंग दिल्ली का हिस्सा थे और आठवें सीजन में
गुजरात जायंट्स के लिए खेले।
सुरजीत सिंह की बात करें तो उन्होंने अभी तक 114 मैचों में 331 प्वॉइंट हासिल किए हैं।
सुरजीत ने प्रो-कबड्डी लीग में अपने करियर की शुरूआत 2016 में पुनेरी पलटन टीम के
साथ की थी और फिर यू मुंबा और बंगाल वॉरियर्स जैसी टीमों के लिए भी खेले। राइट कवर
पर वो एक बेहतरीन ऑप्शन होंगे।
पीकेएल इतिहास की ऑल टाइम स्टार्टिंग सेवन
परदीप नरवाल (रेडर), मनिंदर सिंह (रेडर), दीपक हूडा (ऑलराउंडर), मंजीत छिल्लर
(ऑलराउंडर), संदीप नरवाल (ऑलराउंडर), रविंदर पहल (डिफेंडर्स) और
सुरजीत सिंह (डिफेंडर्स)।