पकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) को हॉकी खेल की FIH यूनिट द्वारा निलंबित किए जाने का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि पाकिस्तानी हॉकी संघ FIH नेशंस कप के लिए अपनी पुरुषों की राष्ट्रीय टीम भेजने की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है जो प्रो लीग के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है.
PHF पर है FIH द्वारा निलंबित होने का खतरा
एफआईएच नेशंस कप 28 नवम्बर से शुरू होना है और पीएचएफ ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर पाकिस्तान किसी भी कारण से अपनी टीम नहीं भेजता है तो उसे FIH द्वारा बहुत बड़ा भारी आर्थिक जुर्माना लगाया जा सकता है. वर्ष 2019 में अर्जेंटीना में आयोजित उद्घाटन प्रो हॉकी लीग के लिए अपनी टीम नहीं भेजने के लिए FIH ने PHF पर 1,70,000 यूरो का जुर्माना लगाया था. आर्थिक संकट से जूझ रही पीएचएफ केवल किस्तों में ही जुर्माना भर पाया था.
पीएचएफ के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि, ‘पाकिस्तान ने हाल ही में मलेशिया में अजलन शाह कप में भाग लिया था. हम बहुत बुरी स्थिति में हैं क्योंकि अब हमारे पास टीम को दक्षिण अफ्रीका भेजने के लिए पर्याप्त राशि नहीं है और अगर हम ऐसा नहीं कर पाते हैं तो FIH ना केवल हमें निलंबित कर सकता है बल्कि भारी जुर्माना भी लगा सकता है.’
वहीं एक अन्य सूत्र ने कहा कि, ‘पाकिस्तान के विदेशी कोच डचमैन सिगफ्राइड ऐकमैन भी इस स्थिति से खुश नहीं थे. वो परेशान है क्योंकि आर्थिक मुद्दे उस टीम के विकास और प्रगति में बाधा बन रहे हैं जो अजलन शाह कप में ब्रोंज जीतने में कामयाब रहे हैं.’ वहीं बता दें कि सरकार ने और पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड ने PHF को धनराशि देने से मना कर दिया है. क्योंकि वो चुनाव कराने के लिए एक समिति का निर्माण करने का फैसला लिया है. सरकार ने PHF के हालिया चुनावों को भी मान्यता नहीं दी है. जिसमें ब्रिगेडियर खालिद सज्जाद 10 साल बाद फिर से चुने गए थे.