प्रो कबड्डी लीग के आठों सीजन में कई फेरबदल देखने को मिले है.
हर सीजन नई टीम अपने दमदार प्रदर्शन से दर्शकों के
मन को लुभा जाती है. वहीं अब के सब सीजन में 12 में से सात
टीमों ने फाइनल में प्रवेश किया है. उनमें से भी केवल
छह टीमें है जो यही लीग का खिताब पाने में सफल रही है.
PKL में पटना की टीम ने सबसे ज्यादा तीन बार इस
पांच टीमें जो आठों सीजन में नहीं पहुंची फाइनल में
खिताब को अपने नाम किया है वहीं जयपुर, मुंबई, बेंगलुरु,
बंगाल और दिल्ली ने एक-एक बार इस खिताब पर कब्जा जमाया है.
तो आइए नजर डालते है ऐसी पांच टीमों पर जिन्होंने अभी तक
प्रो कबड्डी लीग के फाइनल में भी प्रवेश नहीं किया है.
सबसे पहले बात करें पुनेरी पलटन कि तो यह टीम एक
बार भी फाइनल में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाई है.
पुनेरी पलटन ने तीसरे और चौथे सीजन में तीसरा स्थान प्राप्त
किया था जो कि इसका अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है.
वहीं पिछले सीजन में इसे एलिमिनेटर में हार का सामना करना पड़ा था.
तेलुगु टाइटंस की टीम भी इतने सीजन में एक बार
भी फाइनल में जगह नहीं बना पाई है और आठवें सीजन में
भी वह प्लेऑफ में प्रवेश नहीं कर पाई थी. प्रो कबड्डी लीग के
तमिल की टीम रही लीग में सबसे खराब
दूसरे सीजन में तेलुगु ने तीसरा स्थान हासिल किया था जो कि उनका अभी तक का अच्छा प्रदर्शन है.
बात करें यूपी योद्धा कि तो पांचवें सीजन में डेब्यू करने
वाली इस टीम ने हर सीजन में प्लेऑफ में जगह तो बनाई
है लेकिन अभी तक फाइनल में जगह नहीं बना पाई है. पिछले
सीजन में यूपी की टीम को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था.
प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सीजन में हरियाला स्टीलर्स ने भी
डेब्यू किया था और दो बार उन्होंने प्लेऑफ में जगह बनाई है
लेकिन फाइनल में अभी तक नहीं पहुंचे है. पिछले सीजन
में हरियाणा की टीम प्लेऑफ में भी नहीं पहुंच पाई थी.
तमिल की टीम बात करें तो उसने भी पांचवें सीजन में लीग में
कदम रखा था लेकिन अभी तक उन्होंने प्लेऑफ में जगह
नहीं मिल पाई है. पांचवें और छठे सीजन में अपने जोन
में आखिरी स्थान पर रहने के बाद सातवें सीजन में भी तमिल आखिरी स्थान पर रही थी.