विकलांग लोगों के ओलंपियाड 2023 के पांचवें राउंड में पोलैंड ने प्रथम स्थान के लिए अपने सीधे
प्रतिस्पर्धी भारत को मात दे दी है औ अब वो टूर्नामेंट में गोल्ड हासिल करने से केवल एक राउंड
दूर है | Belgrade में जैसे-जैसे ये इवेंट अपनी समाप्ति की ओर बढ़ रहा है वैसे ही टॉप बोर्ड की
गेमें और भी ज्यादा देर तक चलती जा रही है और प्लेयर्स में थकान भी देखी जा रही है | किसी भी
टूर्नामेंट में ये सामान्य है पर इस ओलंपियाड में कुछ प्रतियोगियों के लिए ये उनके स्वास्थ्य के
कारण ज्यादा कठिन है |
6 घंटे तक चली इन दोनों प्लेयर्स के बीच गेम
उज्बेकिस्तान के बोर्ड 1 पर सिरोजिद्दीन ज़ैनिडिनोव और हंगरी के ज़ोल्टन ज़ाम्बो ने पांचवें राउंड में
अपनी गेम लगभग 6 घंटों तक खेली , एक ऐसा तनाव जिसे elite शतरंज खिलाड़ी भी प्रबंधित करने
के लिए चुनौतीपूर्ण पाएंगे। इसलिए विकलांग खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए देखभाल
के लिए समर्पित एक विशेष स्वास्थ टीम भी वहा मौजूद है | पाँचवे राउंड में कई जबरदस्त टीमों का
पेयर देखा जैसे “भारत-पोलैंड , फिलीपींस-इज़राइल , क्यूबा-आईपीसीए और उज्बेकिस्तान-हंगरी |
ये चार मैच-अप थे सबसे दिलचस्प
एशियाई शतरंज का उदय उनके परिणामों में दिख रहा है | पोलिश लीडर्स के विरुद्ध मुकाबले के
लिए भारतीय सिलेक्शन ने साउंडरीया कुमार प्रधान जो की टीम के सबसे कम रेटिंग वाले सदस्य है
उन्हें GM मार्सिन तज़बीर के खिलाफ चुना जो की बेलग्रेड क्षेत्र के सबसे मजबूत खिलाड़ी है |
इस तरह का प्रयोग दूसरे राउंड में क्यूबा के विरुद्ध काम आया था जब भारत ने 3-1 से जीत हासिल
की थी पर इस बार पोलैंड के विरुद्ध भारत के सबसे सफल खिलाड़ी भी लाभ नहीं उठाया पाए |
तज़बीर को मिली पहली जीत
इस राउंड में जीत हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी थे मार्सिन तज़बीर , उनके प्रतिद्वंदी के पास
समय काफी कम था स्थिति की कमजोर थी जिसका मार्सिन ने फायेदा उठाया और मैच अपनी पक्ष
में किया | सबसे प्रत्याशित गेम दूसरे बोर्ड पर देखा गया जिन्होंने एक साथ 7.5/8 अंक एकत्र किए |
पहले बोर्ड पर मिली हार से परेशान शशिकांत कुटवाल ने एक कड़ी लड़ाई में अपनी सही योजना
गंवा दी जिसका फायेदा दूसरी पक्ष को मिला और मार्सिन मोलेंडा ने जीत हासिल की |