Nottingham forest बनाम everton का मुकाबला हुआ ड्रॉ। प्रीमियर लीग का ये मुकाबला पुरी तरह से एक वापसी के तौर पर याद किया जाएगा। जिसमे दोनो टीम ने बहुत ही कमाल का मैच खेला पर अगर असली विजयता इन दोनो मे से एक टीम को लेना चाहे तो nottingham Forest को ही ये क्रेडिट जाएगा जिन्होंने दो बार पीछे होते हुए अपने आप को इस मुकाबले मे बनाए रखा और मैच को नई दिशा प्रधान किया।
Forest ने की हार के चंगुल से बढ़िया वापसी
मैच की शुरुआत nottingham forest के लिए सही नही गया था। क्यूँकि everton ने अच्छा खासा उनके उपर दबाव बनाके रखा हुआ था। forest के खिलाडी भी किसी तरीके से गेम को अपने काबू मे लाने की कोशिश कर रहे थे। पर everton लगातार दबाव बनाए जा रहा था। और इसका फल भी उन्हे बहुत जल्द मिल गया था। Forest के डिफ़ेंस की एक गलती ने everton को एक बहुत बड़ा मौका दे दिया था।
जहाँ उन्हे पेनाल्टी दे दिया गया मैच के शुरूआती पल मे forest की ये गलती उनके उपर भारी पड़ने वाली थी। ग्रेय ने इस पेनाल्टी को सफलता पूर्वक लिया और 10 मिनट की अंदर अपनी टीम को लीड मे ला दिया था। पर forest ने अपने इरादे कम नही किए क्यूँकि उन्हे पता था कि मैच मे समय है और वो वापसी कर सकते है। उन्होंने धीरे धीरे गेम को अपने नियंत्रण मे किया। छोटे छोटे पास बनाकर वे आगे बढ़ रहे थे और 19 वे मिनट मे जॉन्सों को वो मौका मिल गया जिसकी forest तलाश कर रहे थी।
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अब दोनो टीम 1-1 की बराबरी कर चुके थे, पर तब भी forest छोटी छोटी गलतिया करते ही नज़र आ रहे थे। बले ही उन्होंने अभी अभी गोल किया हो पर वो बैक फुट पर ही नज़र आ रहे थे। ठीक मैच के आधे घंटे पहले डौक्योर ने everton के लिए गोल कर वापस अपनी टीम को लीड मे ला दिया था। Everton वापस लीड मे थी। और इसी के साथ ही हॉफ टाइम हो चुका था।
हॉफ टाइम के बाद दोनो टीम ने संभल कर शुरू किया, everton के लिए कोई भी दिक्कत की बात नही थी। पर nottingham forest अभी भी पीछे चल चल रही थी उन्हे किसी भी हाल मे एक गोल की तलाश करनी थी। और वे वे इसके प्रयास मे लग गए थे। 77 वे मिनट मे forest को जॉनसन ने अपने लिए और टीम की लिए भी दूसरा गोल कर मैच मे वापसी करवा दी। इसके बाद अंत तक कोई भी टीम गोल नही ढुंढ पाई और ये मैच बराबरी मे खत्म हो गया।