शतरंज का इतिहास एक युग के अंत के करीब पहुँच गया है क्यूंकि 2013 के बाद पहली बार GM मैग्नस
कार्लसन जल्द ही विश्व चैंपियन नहीं रहेंगे | 5 मार्च को अपने टाइटल को पास रखते हुए उन्होंने अंतिम
classical गेम खेला , हालांकि वो classical शतरंज खेलना जारी रखेंगे और विश्वभर में नंबर 1 खिलाड़ी
है | मई में फिडे विश्व शतरंज चैम्पियनशिप 2023 में शतरंज को एक नया विश्व चैंपियन मिल जाएगा |
Offerspill का किया प्रतिनिधित्व
रविवार को कार्लसन ने ओस्लो में Norwegian टीम लीग 2022-2023 के दौरान तीन गेम खेली , अपने शतरंज क्लब Offerspill का प्रतिनिधित्व करते हुए विश्व चैंपियन ने सफेद मोहरों के साथ खेला और नार्वे के खिलाड़ियों FM लेवी आंद्रे तलाकसेन और GM जॉन लुडविग हैमर के खिलाफ अपनी पहली दो गेम जीती | इसके बाद उन्होंने GM डेविड हॉवेल के खिलाफ काले मोहरों के साथ मैच ड्रॉ किया | कार्लसन और डेविड एक दूसरे को 20 सालों से भी ज्यादा अधिक समय से जानते है , दोनों ने साथ में विश्व स्तरीय जूनियर स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा की | दोनों के बीच इस टीम लीग में हुआ मैच कार्लसन के जीवन और शतरंज के इतिहास के एक अध्याय का यादगार अंत बन गया है |
इंटरव्यू में कार्लसन ने कही ये बात
डेविड के साथ अपने मैच के बाद इंटरव्यू में कार्लसन से जब पूछा गया की क्या यह उनके लिए एक विशेष दिन है तो उन्होंने कहा “ वास्तव में नहीं , पर लीग के संदर्भ में हाँ , लेकिन विश्व चैम्पियनशिप के संदर्भ में , मैं कुछ समय पहले ही मानसिक रूप से उसे समाप्त कर चुका हूँ | जब उनसे पूछा गया की classical शतरंज में अब विश्व टाइटल नहीं रखने के बारे में उन्हें कैसा लग रहा है तो उन्होंने जवाब दिया “मेरे पास अभी भी दो टाइटल है , इस तथ्य की ओर इशारा करते हुए की वह अभी भी ब्लिट्ज और रैपिड शतरंज के विश्व चैंपियन हैं।