भारतीय महिला हॉकी टीम ने हाल ही में सम्पन्न बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में
कांस्य पदक जीतने के बाद इतिहास रच दिया,
16 साल बाद उनका यह पहला CWG पदक था. कांस्य पदक विजेता टीम का हिस्सा बनकर
टीम की मिडफील्डर निशा ने टीम के लिए और अपने करियर के लिए इस पदक को बेहद महत्वपूर्ण बताया है.
निशा ने कहा कि, यह राष्ट्रमंडल पदक हमेशा मेरे लिए ख़ास रहेगा क्योंकि
भारतीय महिला हॉकी टीम प्लेयर
मैंने हमेशा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पदक जीतने वाली टीमों का हिस्सा बनने का सपना देखा था.
हमने हमेशा ओलिंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों में अपने सर्वश्रेष्ठ खेल का प्रदर्शन करने का काम किया है
और हमें ख़ुशी है कि हमने इसमें शामिल किया गया है.
2019 में टीम में शामिल होने के बाद से ही टीम मजबूती से आगे बढ़ी है और उम्मीद है कि हम भविष्य में एक मजबूत टीम के रूप में विकसित रहेंगे.
निशा ने जताई गोल्ड की आस
निशा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि राष्ट्रमंडल पदक उनके
लिए एक बड़ा आत्मविश्वास बढाने वाला है. मैंने निश्चित रूप से राष्ट्रमंडल
खेलों के बाद बहुत आत्मविश्वास हासिल किया है. मैं एक शानदार अनुभव का
हिस्सा बनकर धन्य महसूस करती हूँ और प्रतियोगिता के दौरान हमने एक टीम के रूप में बहुत ही
अच्छा प्रदर्शन किया है. टीम की सफलता में योगदान देना मेरे लिए बहुत फायदेमंद रहा
और आगामी टूर्नामेंट में टीम को और बेहतर करने में मदद करने के लिए मैं कड़ी मेहनत करती रहूंगी.
बताते चलें कि भारतीय महिला हॉकी टीम 29 अगस्त 2022 को SAI,
बेंगलुरु में राष्ट्रीय शिविर में लौटेगी. प्रशिक्षण पर लौटने के बाद टीम के फोकस के बारे में बात करते हुए
निशा ने कहा कि, हमने राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान की गई गलतियों को नोट किया है और
हम निश्चित रूप से उन्हें सुधारने पर बल देंगे.
निशा ने आगे कहा कि मुझे लगता है किटीम सही दिशा में आगे बढ़ रही है
और अगर हम हमारी क्षमता से आगे बढ़ते रहे तो स्वर्ण पदक जीतने से दूर नहीं रहेंगे.