Naveen Kumar out of the 51st Inter-Services Kabaddi Championship: 51वीं अंतर-सेवा कबड्डी चैंपियनशिप 15 जुलाई को मध्य प्रदेश के जबलपुर में ग्रेनेडियर सेंटर के कोर्ट पर शुरू होगी।
15 से 19 जुलाई तक, सेना, नौसेना और वायु सेना के भारत के बेहतरीन कबड्डी खिलाड़ी अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे और प्रतिष्ठित चैंपियनशिप खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस बीच, वायु सेना टीम के कप्तान नवीन कुमार टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं।
यह टूर्नामेंट इन शीर्ष खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। यह न केवल उन्हें राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देता है, बल्कि यह प्रतिष्ठित सर्विसेज कबड्डी टीम के लिए होनहार खिलाड़ियों की पहचान करने और उन्हें तैयार करने में भी मदद करता है, जो भारतीय रक्षा बलों का प्रतिनिधित्व करती है।
51st Inter-Services Kabaddi Championship की टीमें
इस कड़ी टक्कर के लिए चार टीमें कमर कस रही हैं और वह टीम इस प्रकार है:
- रेड आर्मी (Red Army): प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) की टीम पटना पाइरेट्स के स्टार डिफेंडर नीरज के नेतृत्व में। नीरज की प्रतिष्ठा उनसे पहले है, और प्रशंसक रेड आर्मी से आक्रामक और अभेद्य रक्षा की उम्मीद कर सकते हैं।
- ग्रीन आर्मी (Green Army): बेंगलुरु बुल्स के लिए पीकेएल खिलाड़ी महेंद्र सिंह ग्रीन आर्मी की कप्तानी करते हैं। अपने रणनीतिक रक्षात्मक कौशल और मजबूत नेतृत्व के लिए प्रसिद्ध, महेंद्र निश्चित रूप से अपनी टीम को एक सुविचारित दृष्टिकोण के साथ मार्गदर्शन करेंगे। रणनीति और प्रतिभा का यह संयोजन ग्रीन आर्मी को एक ताकत बनाता है।
- नौसेना (Navy): नौसेना की टीम को सुरजीत नरवाल के रूप में अपना कप्तान मिला है, जो पीकेएल में बेंगलुरु बुल्स के एक और खिलाड़ी हैं। सुरजीत का अनुभव और रक्षात्मक कौशल नौसेना की टीम में गहराई जोड़ता है, जिससे वे चैंपियनशिप के लिए एक मजबूत दावेदार बन जाते हैं।
- वायु सेना (Air Force): कप्तान नवीन कुमार के टूर्नामेंट से बाहर होने से वायु सेना की टीम को थोड़ा झटका लगा है, लेकिन नए कप्तान की घोषणा अभी बाकी है। इस बदलाव के बावजूद, वायु सेना कुशल खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए जानी जाती है, और टीम में निश्चित रूप से ऐसे एथलीट शामिल होंगे जो राष्ट्रीय स्तर पर अपनी योग्यता साबित करने के लिए उत्सुक हैं।
Naveen Kumar का बाहर होना एक बड़ा झटका
नवीन कुमार की अनुपस्थिति एक बड़ा झटका है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वायु सेना का नेतृत्व कौन करता है। क्या कोई अनुभवी खिलाड़ी कमान संभालेगा या कोई युवा प्रतिभा नया कप्तान बनकर उभरेगी?
टूर्नामेंट की घोषणा करने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया गया कि कोई नकद पुरस्कार नहीं दिया जाएगा। हालांकि, दांव ऊंचे बने हुए हैं। खिलाड़ी समझते हैं कि इंटर-सर्विसेज चैंपियनशिप में असाधारण प्रदर्शन उन्हें प्रतिष्ठित सर्विसेज कबड्डी टीम में चयन के लिए रडार पर लाएगा।
51st Inter-Services Kabaddi Championship
प्रतियोगिता में कोई पुरस्कार राशि नहीं दी जाती, लेकिन दांव बहुत ऊंचे हैं। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया जाएगा, जिसमें शीर्ष प्रदर्शन करने वालों को प्रतिष्ठित सेवा कबड्डी टीम के लिए चुना जाएगा।
यह विशिष्ट टीम भविष्य के राष्ट्रीय कबड्डी टूर्नामेंटों में भारतीय रक्षा बलों का प्रतिनिधित्व करेगी, और अपने कौशल और जुनून को राष्ट्रीय मंच पर लाएगी।
51वीं अंतर-सेवा कबड्डी चैंपियनशिप सिर्फ़ एक खेल आयोजन से बढ़कर है। यह इन समर्पित खिलाड़ियों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने, अपने कौशल को निखारने और सेवाओं के बीच मज़बूत बंधन बनाने का एक मंच है।
तो जबलपुर और पूरे भारत में कबड्डी के प्रशंसक, 51वीं अंतर-सेवा कबड्डी चैंपियनशिप के रोमांचक माहौल से रोमांचित होने के लिए तैयार हो जाइए। इन असाधारण खिलाड़ियों की शक्ति, चपलता और रणनीतिक प्रतिभा को देखें क्योंकि वे गौरव के लिए संघर्ष करते हैं।
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