राजस्थान के नागौर में 66वीं राज्य स्तरीय प्रारम्भिक शिक्षा द्वारा छात्र और छात्राओं की हॉकी खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया. इसमें 14 वर्षीय आयु वर्ग के छात्र और छात्राओं को भगा लेने की अनुमति रहेगी. इसमें मुख्यअतिथि के रूप में जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने ध्वजारोहण करके प्रतियोगिता की शुरुआत की. उन्होंने राजकीय जिला स्टेडियम में सुबह 10 बजे इसका आरम्भ किया.
नागौर में आयोजित हुई बच्चों की हॉकी प्रतियोगिता
प्रतियोगिता में राज्य के सभी जिलों के 845 खिलाड़ी हिस्सा रहे हैं. वहीं खिलाड़ियों ने शारीरिक शिक्षक बाबूलाल भाटी, रामूराम सैनी, प्रेमचंद भाटी, हरलाल डूकिया, लक्ष्मी चौधरी, विमला चौधरी शारदा बिश्नोई, मेघाराम कमेडिया, भंवर बिश्नोई, भागीरथ गोरचिया, भानूदान चारण के नेतृत्व में मार्च पास्ट कर ध्वज को सलामी दी थी. उद्घाटन समारोह में रतन बहन विद्यालय नागौर की बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुती दी. कलेक्टर समारिया ने समस्त शारीरिक शिक्षकों के साथ परिचय सत्र में भी भाग लिया था.
845 खिलाड़ी ले रहे है इस प्रतियोगिता में हिस्सा
इस प्रतियोगिता में छात्र वर्ग की 28 और छात्रा वर्ग की 24 टीमों को मिलाकर कुल 52 टीमों के 380 छात्राएं और 465 छात्र सहित कुल 845 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. हालांकि 77 टीमें भाग लेने वाली थी जिसमें से कुछ टीमें यहाँ नहीं पहुंची है. वहीं पहले दिन नागौर और जैसलमेर के बीच मैच खेला गया था जिसमें नागौर टीम ने जैसलमेर टीम को 14-0 के अंतर से हरा दिया. इस तरफा मैच में नागौर टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया था.
पहले मैच में नागौर ने जैसलमेर को हराया
वहीं इस दौरान कलेक्टर ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि, ‘खेल सर्वांगीण विकास की पहली सीढ़ी है. खेल से ना केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और सामजिक विकास भी होता है.’ उन्होंने आगे कहा कि खेल से व्यक्ति में अनुशासन के गुण विकसित होते हैं जो समाज और देश की उन्नति का आधार बनते हैं.’
समारोह की अध्यक्षता नागौर नगर परिषद सभापति मीतू बोथरा ने की थी. उदघाटन समारोह में भामाशाह पूर्व प्रधान सुखराम फिड़ोदा, व्यवसाई नृत्यगोपाल मित्तल, ग्राम सेवा सहकारी समिति फिरोजपुर के अध्यक्ष विक्रमसिंह डूकिया, जुगल किशोर व्यास, अर्जुनराम मेहरिया, महेंद्र डिडेल, रामदीन चौधरी और नागौर तहसीलदार दर्शना भी मौजूद रहें थे.